लखनऊ: अनुप्रिया पटेल के मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होते ही अपना दल में मालिकाना हक़ को लेकर जंग और तेज हो गई है। अनुप्रिया पटेल के केंद्र में राज्यमंत्री बनने से नाराज अपना दल की अध्यक्ष और उनकी मां कृष्णा पटेल ने एनडीए से गठबंधन तोड़ने की घोषणा कर दी है।
गौरतलब है कि इस पार्टी का जनाधार अनुप्रिया पटेल के साथ है। कृष्णा पटेल ने गुरुवार को पार्टी पदाधिकारियों की एक बैठक भी बुलाई है। लखनऊ के लालबाग स्थित पार्टी मुख्यालय पर सभी पदाधिकारियों को उपस्थित रहने के निर्देश जारी किए गए हैं।
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ज्ञात हो कि अनुप्रिया पटेल मंगलवार को मोदी कैबिनेट में राज्यमंत्री के रूप में शामिल हुईं थी। इसके बाद उनकी मां कृष्णा पटेल ने कहा था, 'जो बेटी अपनी मां की नहीं हो सकी, वह किसी और की क्या होगी'।
क्या कहा कृष्ण पटेल ने ?
-कृष्णा पटेल ने कहा, उनकी बेटी अनुप्रिया का अब अपना दल से कोई वास्ता नहीं है।
-उन्हें 2015 में ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से निकाला जा चुका है।
-कृष्णा ने कहा, अनुप्रिया अब अपना दल की सांसद नहीं हैं।
-अपना दल का अब भाजपा से कोई वास्ता नहीं है। अब अपना दल एनडीए का घटक नहीं है।
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2014 में शुरू हुई थी ये लड़ाई
-साल 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी से गठजोड़ के बाद ही मां-बेटी में खटास पैदा हो गई थी।
-इसके बाद बीते साल अनुप्रिया को पार्टी से निकाल दिया गया था।
-अनुप्रिया और कृष्णा पटेल दोनों ही अपना दल पर हक़ जताती रही हैं।
-अब अनुप्रिया के केंद्र में मंत्री बनने के बाद मां कृष्णा पटेल को अपना कुर्मी वोट खिसकता नजर आ रहा है।
-बताया जा रहा ही इसी यही वजह उन्होंने एनडीए से गठबंधन तोड़ लिया।
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