UP Politics : सीएम योगी की कुर्सी पर जैसे ही लगी भगवा तौलिया, गायब हो गए दोनों डिप्टी सीएम!
UP Politics : उत्तर प्रदेश में सोमवार को विधानसभा का सत्र शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक एक साथ नजर आए तो ऐसा लग रहा था कि सब कुछ ठीक हो गया है।
UP Politics : लोकसभा चुनाव - 2024 में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को मिली करारी शिकस्त के बाद नेताओं के बीच चल रही कलह खुलकर सामने आ गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम - केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक के बीच मतभेद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। विधानसभा सत्र के दौरान सोमवार को सीएम और डिप्टी सीएम एक साथ जरूर नजर आए, लेकिन शाम को हुए एक कार्यक्रम के दूसरे फिर एक-दूसरे के खिलाफ नजर आए।
उत्तर प्रदेश में सोमवार को विधानसभा का सत्र शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक एक साथ नजर आए तो ऐसा लग रहा था कि सब कुछ ठीक हो गया है। सोमवार शाम को ही बीजेपी के प्रदेश ओबीसी मोर्चा का एक सम्मेलन हुआ। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी के आने से पहले ही दोनों डिप्टी सीएम कार्यक्रम से निकल गए। मुख्यमंत्री योगी के लिए जैसे ही कुर्सी पर भगवा तौलिया लगना शुरू हुई, वैसे ही केशव प्रसाद मौर्य कार्यक्रम से निकल गए। इसके बाद बृजेश पाठक भी निकल गए। इस दौरान डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने फिर से 'संगठन सरकार से बड़ा है' की बात दोहराई, लेकिन इस बार अंदाज कुछ अलग था। इस बार उन्होंने कहा कि चुनाव ही पार्टी लड़ती है और पार्टी ही जीतती है।
सीएम योगी ने आरक्षण को लेकर दिया जवाब
वहीं, सीएम योगी ने कहा कि नौकरी में आरक्षण को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने सम्मेलन में नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जिनकी सरकार में 86 में से 56 लोग एक ही जाति के नौकरी पाते हैं, वो हम पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने बीते 7 साल में 6.50 लाख सरकारी भर्तियां की हैं, इसमें से 60 फीसदी लोग ओबीसी समाज के हैं।
बता दें कि विपक्ष के साथ ही साथ पार्टी के अंदर के लोगों ने अपनी ही सरकार पर ओबीसी आरक्षण को लेकर सवाल उठाए थे। एनडीए की सहयोगी अपना दल की मुखिया एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने सीएम योगी को एक पत्र भी लिखा था। वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी सवाल उठाया था। यही नहीं, उन्होंने सीएम योगी के विभाग को पत्र भी लिखा था।
दिल्ली तक पहुंची थी कलह
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के नेताओं में चल रही कलह दिल्ली तक पहुंची थीं। दिल्ली में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक को भी बुलाया गया था। वह पहुंचे भी थे, ऐसा लग रहा था कि दिल्ली से लौटने के बाद शीर्ष नेताओं के बीच चल रहे मतभेद खत्म हो जाएंगे, सुबह-सुबह विधानसभा में ऐसा दिखा भी, लेकिन शाम होते-होते एक बार फिर एक-दूसरे के खिलाफ नजर आए।