रबी फसल की बुआई: मौसम का पड़ा असर, इस साल देर से शुरू हुई खेती
फिलहाल मौसम अनुकूल है। किसानों ने फसलों की बुआई का काम शुरू कर दिया है। जिले के सरकारी व प्राइवेट केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में खाद की उपलब्धता है। गेहूं की बुआई का काम एक नवंबर से शुरू होने की संभावना है।
औरैया सुबह और शाम के शाम मौसम में नरमी के चलते रबी की बुआई का काम किसानों ने शुरू कर दिया है। एक लाख 28 हजार 147 हेक्टेयर में बुआई का लक्ष्य रखा गया है। जिसके सापेक्ष अभी तक 15 हजार 923 हेक्टेयर में बुवाई का काम पूरा हो चुका है। गेहूं की बुआई का काम एक नवंबर के बाद शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।
आलू की मंहगाई
एक अक्टूबर से रबी सीजन की शुरूआत हो जाती है। इस बार पिछले वर्ष की तुलना में अक्टूबर के शुरूआती सप्ताह में अधिक गर्म रहने के कारण किसानों ने फसलों की बुवाई का काम 15 अक्टूबर के बाद शुरू किया। किसानों ने राई, सरसों, मटर, मसूर, तोरई आदि की बुवाई का काम शुरू कर दिया है। जिले में किसानों ने सरसों की बुवाई का काम 80 फीसदी तक कर लिया है। जिले में एक लाख 28 हजार 147 हेक्टेयर में रवी की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें सबसे ज्यादा 103511 हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गेहूं की बुवाई का काम एक नवंबर के बाद शुरू होगा।
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जिले में करीब 7500 हेक्टेयर में आलू की बुआई का लक्ष्य निर्धारित है। आलू की मंहगाई के मद्देनजर इस बार किसान बड़ी संख्या में आलू की बुुवाई में जुटे हैं। हालांकि इस बार मौसम गर्म होने के कारण बड़ी संख्या में किसान अगेती आलू नहीं कर सके हैं।
रबी आच्छादन की प्रगति एक नजर में (हेक्टेयर में)
फसल का नाम लक्ष्य पूर्ति
गेहूं 102511 शून्य
जौ 2516 शून्य
चना 4377 1356.87
मटर 141 28.20
मसूर 55 6.05
तोरिया 38.40 38.40
राई/सरसों 13708 10692.24
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अक्टूबर के शुरूआत के सप्ताह में गर्म होने के कारण रवी की बुवाई का काम कुछ विलंब से शुरू हुआ है। फिलहाल मौसम अनुकूल है। किसानों ने फसलों की बुआई का काम शुरू कर दिया है। जिले के सरकारी व प्राइवेट केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में खाद की उपलब्धता है। गेहूं की बुआई का काम एक नवंबर से शुरू होने की संभावना है।
रिपोर्टर प्रवेश चतुर्वेदी औरैया