विदेशी ट्रेवल कंपनी ने कहा- अप्रैल 2018 तक ताजमहल ना जाए तो बेहतर होगा, जानें क्यों ?
ऑस्ट्रेलियन ट्रेवल कंपनी इंट्रिपिड के द्वारा जारी हुए ताजमहल संबंधित प्रचार के बाद उद्योग में खलबली मची हुई है। ट्रेवल कंपनी की साईट पर पर्यटकों को बताया गया है कि अगर आप भारत में ताजमहल देखने जा रहे हैं, तो एक बार विचार कर लें।
आगरा: विदेशी ट्रेवल कंपनी इंट्रिपिड के द्वारा जारी हुए ताजमहल संबंधित प्रचार के बाद पर्यटन उद्योग में खलबली मची हुई है। ऑस्ट्रेलिया की ट्रैवल कंपनी इंट्रेपिड की साईट पर पर्यटकों को बताया गया है कि अगर आप भारत में ताजमहल देखने जा रहे हैं, तो एक बार विचार कर लें। इसके साथ यह भी कहा गया है कि अप्रैल 2018 तक ताज विजिट न करें, तो बेहतर होगा, हालंकि इस पर अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। अधिकारीयों का कहना है कि ट्रेवल साईट ने ये किस आधार पर लिखा है, इसकी अभी हमें कोई जानकारी नहीं है।
जानें क्यों बताया जा रहा ताज ना जाने को
-ऑस्ट्रेलिया की ट्रैवल कंपनी इंट्रेपिड ट्रैवल लगभग 100 देशो में कार्यरत है।
-इस कंपनी द्वारा किए जा रहे इस प्रचार से भारतीय पर्यटन उद्योग में खलबली मची हुई है।
-वेबसाइट पर बताया जा रहा है एक साल तक मडपैक के चलते ताज का मुख्य गुंबद ढका रहेगा।
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-आप उसके साथ यादें संजोने को हसीन सेल्फी नहीं ले पाएंगे।
-बेहतर होगा कि आप भारत के अन्य लोकप्रिय पर्यटन स्थलों का रुख करें।
-पर्यटन व्यवसायियों को इससे ताजनगरी में पर्यटन सीजन खराब होने की चिंता सताने लगी है।
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रमेश वाधवा अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसियेशन
-संसद की पर्यावरण संबंधी स्थाई समिति की सिफारिश के बाद प्रदूषण की कालिख से धूमिल हुए ताज के सौंदर्य को चमकाने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण -मडपैक (मुल्तानी मिट्टी से उपचार) करा रहा है।
-डेढ़ साल में ताज की उत्तर-पूर्वी, उत्तर-पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी मीनार को चमकाया जा चुका है।
ताज पर मडपैक करने की तैयारी
-मुख्य मकबरे के फ्रंट (दक्षिणी दिशा) को छोड़कर पूर्वी, उत्तरी व पश्चिमी भाग में मडपैक किया जा चुका है।
-इसमें उत्तरी भाग में स्थित मुख्य आर्च को अभी सैलानियों की सुविधा के चलते छोड़ दिया गया है।
-एएसआई की ऑफ सीजन में यहां मडपैक करने की तैयारी है।
-इसके साथ ही मुख्य गुंबद पर भी मडपैक किया जाना है।
-इसमें काफी लंबा समय लगेगा और पूरे गुंबद को कवर किया जाएगा, जिससे ताज का व्यू खराब होगा।
-इसी का हवाला देते हुए वेबसाइट ने पर्यटकों को आगरा नहीं जाने की सलाह दी है।
आगे की स्लाइड में पढ़ें क्या कहा भारतीय पुरात्तव विभाग ने ...
भारतीय पुरात्तव विभाग के मुताबिक
-भारतीय पुरात्तव विभाग के महानिदेशक भुवन विक्रम ने बताया की ताज जैसे धरोहर को लंबे समय तक सहेजने के लिए संरक्षण कार्य जरूरी है।
-इससे पर्यटकों की संख्या पर असर जरुर आएगा लेकिन धरोहर को बचाए रखना भी महत्वपूर्ण है।
-वेबसाइट द्वारा जारी निर्देश में उन्होंने बताया कि अभी यह कोई नहीं बता सकता की ताज पर मडपैक कर कितने दिनों तक चलेगा।
-पर्यटन अधिकारी दिनेश ने बताया कि एएसआई या उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
-आस्ट्रेलियन वेबसाईट ने किस आधार पर ये कहा इसका क्या सोर्स है ये नहीं पता है।