Barabanki News: लोधेश्वर महादेव के दर्शन नहीं होंगे, प्रशासन ने बंद किये कपाट, यहां जानें क्या है कारण, कैसे होगी मंदिर में पूजा
बाराबंकी जिले के लोधेश्वर महादेव मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की संख्या आने के कारण रविवार को पूजा-अर्चना के बाद कपाट बंद कर दिए हैं।
Barabanki News: सावन का महीना चल रहा है, बाबा भोलेनाथ के दर्शनों के लिए उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक बाराबंकी जिले के लोधेश्वर महादेव मंदिर में भारी संख्या में लोग आते हैं। लेकिन सावन के तीसरे सोमवार पर यहां श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। ये फैसला मंदिर में आने वाली भारी भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने लिया है। दूसरा कारण यह है कि कुछ दिन पहले भगदड़ के कारण दो श्रद्धालुओं की तालाब में डूबकर मौत हो गयी थी।
बता दें कि बाराबंकी जिले के लोधेश्वर महादेव मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की संख्या आने के कारण रविवार को श्री लोधेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी वीरेंद्र शास्त्री के पूजा-अर्चना के बाद कपाट बंद कर दिए हैं। प्रशासन ने तीसरे दिन मंगलवार की सुबह सामान्य दिनों की तरह मंदिर के कपाट खोलने का निर्णय लिया गया है।
प्रशासन ने क्यों लिया ये फैसला
रामनगर थाना क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध लोधेश्वर महादेव मन्दिर में सावन के दिनों में जलाभिषेक के लिए एक दिन पहले स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ अन्य जिलों से लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। जिस भीड़ को कंट्रोल करना प्रशासन के लिए चुनौती रहती है। एसडीएम व सीओ ने पूरी कमान संभालने के साथ भारी पुलिस बल तैनात किया है। ऐसे में रविवार को महादेवा के कपाट बंद होने के कारण श्रद्धालुओं को बैरियर से लौटा दिया गया। बिना जलाभिषेक किए श्रद्धालु मायूस लौट गए।
दो श्रद्धालुओं की तालाब में डूब कर हुई थी मौत
बता दें कि बीते एक अगस्त की रात प्रशासनिक लापरवाही और बदइंतजामी के कारण मन्दिर परिसर में भगदड़ के दौरान दो श्रद्धालुओं की तालाब में डूब कर मौत हो गई थी। इस घटना से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। इसके बाद प्रशासन और मंदिर कमेटी ने सावन के शेष बचे सोमवारों को मंदिर के कपाट बंद रखने का निर्णय लिया है।
श्रद्धालुओं को बैरियर से वापस लौटा दिया जा रहा है।
मंदिर के कपाट बंद करने की सूचना को लेकर पुलिस-प्रशासन ने माइक और लाउडस्पीकर से अलाउंस कर इलाके में श्रद्धालुओं को मन्दिर में जलाभिषेक करने न आने की सूचना दी है। इसके साथ ही रामनगर की सीमाओं पर अन्य जनपदों से महादेवा की ओर आने वाले श्रद्धालुओं को बैरियर से वापस लौटा दिया जा रहा है।
सोमवार की जगह अब श्रद्धालु मंगलवार को कर सकेंगे दर्शन
घटना के बाद सावन के सोमवार को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है। मन्दिर परिसर क्षेत्र में बैरियर लगाकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और बाहर से मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को रास्ते से लौटाया जा रहा है। प्रशासन ने तीसरे दिन मंगलवार की सुबह सामान्य दिनों की तरह मंदिर के कपाट खोलने का निर्णय लिया है।