Ambedkar University: भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में मेडल के मामले में छात्राओं ने मारी बाजी
Ambedkar University: मशहूर इंजीनियर सोनम वांगचुक को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी।
Ambedkar University: बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय का नौवां दीक्षांत समारोह 26 अगस्त को होने वाला है। समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 132 मेधावियों को मेडल देंगे। इस बार का दीक्षांत समारोह कई मायनों में बेहद खास रहेगा। मशहूर इंजीनियर सोनम वांगचुक को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी। वांगचुक लद्दाख में सरकारी स्कूल व्यवस्था में सुधार लाने के लिए जाने जाते हैं।
वांगचुक के जीवन पर केंद्रित '3 इडियट्स' फिल्म बनाई गई थी, जिसमें आमिर खान ने वांगचुक की भूमिका 'रैंचो' के नाम से निभाई थी। दीक्षांत समारोह में 132 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया जाएगा। इस बार आंकड़ों के अनुसार, मेडल जीतने में लड़कियों ने बाजी मारी है। मेडल प्राप्त करने वाले छात्र 39 हैं, जबकि मेडल प्राप्त करने वाली छात्राओं की संख्या 91 है।
इस बार आरडी सोनकर पुरस्कार विवि की इतिहास विभाग की छात्रा अंजू रावत को मिलेगा। ओपन कैटेगरी में कुल 70 और एससी/एसटी कैटेगरी में कुल 60 मेडल दिए जाएंगे। 132 गोल्ड मेडल में स्नातक के 15 विद्यार्थियों, परास्नातक के 42, एम फिल के नौ और एक गोल्ड मेडल, फाइव ईयर इंटीग्रेटेड बीएससी-एमएससी और एक मेडल डिप्लोमा कोर्स के लिए दिया जाएगा।
साल 2019-20 में 1420 विद्यार्थियों को दी जाएगी। स्नातक के कुल 423 विद्यार्थियों को, जिसमें 262 छात्र और 161 छात्राओं को डिग्री प्रदान की जाएगी। परास्नातक के कुल 815 विद्यार्थी, जिसमें 416 छात्र और 399 छात्राओं को डिग्री प्रदान की जाएगी। एमफिल के कुल 37 विद्यार्थी, जिसमें 10 छात्र और 27 छात्राओं को डिग्री दी जाएगी।
पीएचडी के कुल 127 शोधार्थियों में से 74 पुरुष और 55 महिला शोधार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इस कार्यक्रम को लेकर विश्विद्यालय प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है इसके साथ ही कोविड के प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। केवल 867 विद्यार्थियों ने समारोह में आने की सहमति दी गई है।
दीक्षांत समारोह आंबेडकर विवि परिसर में स्थित भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह में होगा। 1100 क्षमता वाले प्रेक्षागृह में आधी सीटें खाली रखी जाएंगी। समारोह को लेकर तैयारियां शुरू हो गईं हैं...लेकिन अब विद्यार्थियों और शिक्षकों को अपनी आरटीपीसीआर जांच लेकर आना पड़ेगा। जांच रिपोर्ट तीन दिन से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए।