Jaipuria Institute of Management: कोरोना के कारण 28 करोड़ बच्चे हुए ड्रॉपआउट, जयपुरिया ने 10 मेट्रो स्टेशनों पर की डिजिटल डिवाइस दान करने की अपील

Jaipuria Institute of Management: इस गंभीर समस्या के निवारण के लिए राजधानी के गोमती नगर स्थित जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट ने "रीकनेक्टिंग द डिसरप्टेड लर्नर विद मेनस्ट्रीम एजुकेशन" अभियान के पहले चरण की गुरुवार को शुरुआत की।

Newstrack :  Network
Published By :  Divyanshu Rao
Update:2021-12-02 20:58 IST

डिजिटल डिवाइस दान करने का अभियान चलाते छात्र  

Jaipuria Institute of Management: जब कोविड-19 महमारी (Corona) का प्रकोप बढ़ा, तब स्कूल-कॉलेज बंद हो जाने पर ऑनलाइन पढाई शुरू हुई। जिसे "न्यू-नार्मल" जैसी उपाधियाँ भी दी गईं, लेकिन इसका लाभ बहुत से बच्चे नहीं उठा पाए। क्यूंकि वे ऑनलाइन पढाई करने के लिए आवश्यक डिजिटल डीवाईसेस जैसे कि स्मार्टफ़ोन, टैबलेट, लैपटॉप आदि खरीदने में असमर्थ थे। इसके बाद वे शिक्षा में काफ़ी पिछड़ गए।

इस गंभीर समस्या के निवारण के लिए राजधानी के गोमती नगर स्थित जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट ने "रीकनेक्टिंग द डिसरप्टेड लर्नर विद मेनस्ट्रीम एजुकेशन" अभियान के पहले चरण की गुरुवार को शुरुआत की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ड्रापआउट बच्चों व ऐसे बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से पुनः जोड़ने का प्रयास है, जिनके शिक्षण कार्य में कोविड-19 महमारी के दृष्टिगत विद्यालय बंद हो जाने के कारण बाधा उत्पन्न हुई और वे शिक्षा में काफी पिछड़ गए।

इस मुहिम के प्रथम चरण की शुरुआत गुरुवार को जयपुरिया इंस्टिट्यूट के 540 छात्रों ने 54 टीमों में विभाजित होकर की, जिनमे एक तरफ़ 21 टीमें राजधानी के 10 मेट्रो स्टेशनों पर गयी और यात्रियों को इस अभियान के बारे में अवगत कराया। साथ ही, डिजिटल डिवाइसेस दान करने के लिए अपील की। वहीं, 33 टीमों में जयपुरिया संस्थान के 330 छात्रों ने गोमती नगर के विभिन्न खंडों में घर-घर जाकर डिजिटल डिवाइसेस दान करने के लिए अपील की।

राजधानी के 10 मेट्रो स्टशनों पर डिजिटल डिवाइसेस डोनेशन बॉक्सेस उपलब्ध

बता दें कि उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यू.पी.एम.आर.सी) भी जयपुरिया इंस्टिट्यूट के इस अभियान से जुड़ा है, जिसके अंतर्गत राजधानी के 10 मेट्रो स्टशनों पर डिजिटल डिवाइसेस डोनेशन बॉक्सेस लगाए गए हैं। 2, 5 व 7 दिसंबर को अभियान के प्रथम चरण को सफल बनाने के लिए जयपुरिया इंस्टिट्यूट से आयी 21 टीमों में 210 छात्र राजधानी के 21 मेट्रो स्टेशनो पर इस मुहिम पर कार्य कर रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग भी जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट लखनऊ के इस सोशल आउटरीच अभियान को समर्थन कर रहा है। इसके अंतर्गत लखनऊ जनपद के 54 विद्यालयों को बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा चिन्हित किया जायेगा।

ड्रॉपआउट बच्चों को मुख्य धारा में लाने का प्रयास

जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट लखनऊ की निदेशक डॉ कविता पाठक ने कहा, "यह पहल ड्रॉपआउट बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से पुनः जोड़ने का एक अनूठा प्रयास है, इस संकल्प को सिद्ध करने के लिए आप सभी के योगदान की आवश्यकता है। आप अपने पुराने लैपटॉप, मोबाइल फोन, टैबलेट जैसे उपकरणों को दान करके हमें अपना महत्वपूर्ण समर्थन दे सकते हैं।


इन उपकरणों का नवीनीकरण कर हम सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से उन बच्चों तक उपलब्ध कराएंगे, जिन्हे इसकी अत्यधिक आवश्यकता है। आप सभी से अनुरोध है कि आप भी इस पहल का हिस्सा बनें, क्योंकि पढ़ेगा इंडिया तभी तो आगे बढ़ेगा इंडिया।"

250 छात्रों ने शिक्षकों के साथ मिलकर तैयार कराया पाठ्यक्रम

सेठ एम. आर. जयपुरिया विद्यालय के प्राचार्य प्रोमिनी चोपड़ा ने कहा, "कोविड महामारी से शिक्षण में उत्पन्न व्यवधानों के दूरगामी प्रभाव पड़ने वाले हैं, ऐसे में देश को इससे बाहर निकलने में मदद करना हमारी जिम्मेदारी बनती है। इस देश के बच्चों को बेहतर और अधिक शिक्षित नागरिक बनाने में योगदान देने का समय है।

जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट के इस अभियान में हम उनके साथ हैं। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल के 250 छात्रों ने अपने शिक्षकों के साथ एक पाठ्यक्रम तैयार किया है, जिसमें वे 30 घंटे तक उन गांवों के बच्चों को बुनियादी अंग्रेजी, गणित और हिंदी पढ़ाएंगे, जिनकी प्रारंभिक शिक्षा में पिछले 18 महीनो से व्यवधान आये हैं।"

डिजिटल डिवाइन दान करते छात्र

कोविड़-19 के चलते 28 करोड़ बच्चे प्राइमरी और माध्यमिक शिक्षा से हुए ड्रॉपआउट

जयपुरिया की चेयरपर्सन सोशल रिस्पांसिबिलिटी कमेटी ने डॉ. रीना अग्रवाल ने कहा कि "भारत में कोविड-19 के चलते 28 करोड़ बच्चे प्राइमरी और माध्यमिक शिक्षा से ड्रॉपआउट हुए। 32 करोड़ ऐसे बच्चे थे, जिन्हे डिजिटल उपकरणों के अभाव के कारण पढाई छोड़नी पड़ी। हमने सोशल आउटरीच प्रोग्राम के तहत ये मुहीम शुरू की है।

हम इन डिजिटल उपकरणों का नवीनीकरण कर उन्हें प्राइमरी एजुकेशन डिपार्टमेंट को डोनेट करेंगे, ताकि वे इनका अपने प्राइमरी स्कूलों में वितरण कर सकें। हमारे इस अभियान में हमारा साथ विनीत खंड गोमती नगर स्थित सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन, हिंदुस्तान टाइम्स और वोडाफोन-आईडिया दे रहे हैं।

अभियान के प्रथम चरण के प्रमुख मुद्दे

राजधानी के 10 मेट्रो स्टेशनो पर जयपुरिया इंस्टिट्यूट के छात्र यात्रियों को इस अभियान के बारे में अवगत कराएंगे और डिजिटल डिवाइसेस दान करने के लिए अपील करेंगे। गोमती नगर के विभिन्न खण्डों में भी की जाएगी छात्रों द्वारा घर-घर जाकर अपील। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा लखनऊ जनपद के 54 विद्यालयों को चिन्हित किया जायेगा, जहाँ के 1000 विद्यार्थियों को जयपुरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट के विद्यार्थियों द्वारा दान किये गए और मरम्मत कराये गए डिजिटल डिवाइसेस (एंड्रॉइड फ़ोन, टैबलेट, लैपटॉप, कम्प्यूटर इत्यादि) उपलब्ध कराया जायेगा।

अभियान को जारी रख जयपुरिया संस्थान के छात्र पुनः राजधानी के विभिन्न हिस्सों में जाकर लोगो में इस सोशल आउटरीच अभियान के प्रति जागरूकता फैलाएंगे और लोगो को डिजिटल डिवाइसेस दान कर इस अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित करेंगे।

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