Lakhimpur Violence Update: लखीमपुर कांड में SIT ने दायर की 5,000 पन्नों की चार्जशीट, आशीष मिश्रा को बनाया मुख्य आरोपी
Lakhimpur Violence Update: किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर हिंसा केस में यूपी एसआईटी (UP SIT) ने चार्जशीट (charge sheet) दाखिल कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 5,000 पन्ने की चार्जशीट में SIT ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बताया है।
Lakhimpur Violence Update: किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर हिंसा केस में यूपी एसआईटी (UP SIT) ने चार्जशीट (charge sheet) दाखिल कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 5,000 पन्ने की चार्जशीट में SIT ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बताया है।साथ ही, एसआईटी के अनुसार, आशीष मिश्रा घटना वाले दिन घटनास्थल पर ही मौजूद था।
गौरतलब है, कि इससे पहले एक बक्से में 5,000 पन्ने की चार्जशीट लेकर लखनऊ कोर्ट पहुंची। चार्जशीट में पुलिस ने अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा के एक अन्य रिश्तेदार को भी आरोपी बनाया है। पुलिस के अनुसार, वीरेंद्र शुक्ला पर सबूत छिपाने के आरोप लगाए गए हैं। बताया गया है कि आशीष मिश्रा की थार जीप के पीछे चल रही दो गाड़ियों में से एक वीरेंद्र की स्कॉर्पियो थी। इससे पहले वीरेंद्र शुक्ला ने अपनी स्कॉर्पियो छिपाकर दूसरे की गाड़ी को बताया था।
एसआईटी ने आज CJM कोर्ट में चार्जशीट दायर की है। आशीष मिश्रा सहित 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है। बड़ी बात ये रही कि इस चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के एक और करीबी वीरेंद्र शुक्ला को भी आरोपी बनाया गया है। अब केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा सहित कुल 16 आरोपी हो गए हैं।
बता दें बता पिछले साल तीन अक्टूबर को आशीष मिश्रा के समर्थकों और किसानों के बीच संघर्ष के दौरान आठ लोगों की मौत हो गई थी। विवेचक ने आशीष मिश्रा सहित अन्य आरोपियों को हत्या का आरोपी बनाया है। चार्जशीट के मुताबिक, सोची समझी साजिश के तहत धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों को जीप और अन्य गाड़ी से रौंदा गया था।
इस मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा सहित सभी 13 आरोपी जेल में बंद हैं। पुलिस ने चार्जशीट में एक नया नाम वीरेंद्र शुक्ला बढ़ाया है। वीरेंद्र पर धारा 201 के तहत सबूत मिटाने की साजिश का आरोप है। वीरेंद्र केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का रिश्तेदार हैं। हाल ही में इस मामले में एसआईटी की रिपोर्ट सामने आई थी। इसमें जांच अधिकारी ने कहा था, कि लखीमपुर के तिकुनिया में हुई हिंसा हादसा या गैर इरादतन नहीं, बल्कि हथियारों से लैस होकर एक राय होकर गंभीर साजिश के साथ किए गए हत्या के प्रयास की घटना है।