Lucknow News: सपा सांसद शफीकुर्रहमान पर BJP का निशाना, कहा-अखिलेश यादव के एजेंडे को पूरा कर रहे उनके नेता
समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क को घेरते हुए यूपी बीजेपी के प्रवक्ता अशोक पाण्डेय ने कहा कि सपा के नेता अखिलेश यादव के इशारे पर ही देश विरोधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान देते हैं।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश यादव को घेरा है। यूपी बीजेपी के प्रवक्ता अशोक पाण्डेय ने कहा कि सपा के नेता अखिलेश यादव के इशारे पर ही देश विरोधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान देते हैं।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि संभल के सांसद राजद्रोही भाषा बोलते हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है, उन्होंने पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह यूपी के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने एक आतंकी पर से केस वापस लिया था। उनके सांसद भी अब इसी एजेंडा को पूरा करने में लगे हैं। अशोक पांडे ने कहा कि इन लोगों को भारत के कानून से कोई मतलब नहीं है।
सपा सांसद ने क्या कहा था?
बता दें सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबान के मामले पर अपने ऊपर देशद्रोह का केस दर्ज किए जाने को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। बर्क ने कहा था कि उनके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज कर दिया गया जो उन पर लागू नहीं होता। अब सरकार के प्रतिनिधि तालिबान से खुद वार्ता कर रहे हैं तो सरकार को अपने प्रतिनिधियों के खिलाफ भी देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराना चाहिए।
बता दें इससे पहले सपा सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क अफगानिस्तान पर तालिबान के समर्थन में बोले थे। उन्होंने तालिबानियों को भारत देश के स्वतंत्रता सेनानियों और देश के स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ा था।तालिबान का समर्थन करने पर सपा सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क के खिलाफ विभिन्न धाराओं में सम्भल कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराय गया था।
दोहा में भारत-तालिबान की बैठक
अफगानिस्ताान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद 31 अगस्त को भारत ने पहली बार इस संगठन से बातचीत की थी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर आधिकारिक बयान जारी किया था। कतर में भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने मंगलवार को तालिबान नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई से मुलाकात की थी। दोनों पक्षों के बीच पहला उच्च स्तरीय संपर्क उस दिन हुआ है जब अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी के अभियान को पूरा कर लिया। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि राजदूत मित्तल ने बैठक में चिंता जताते हुए कहा कि भारत विरोधी कृत्यों और आतंकवाद के लिए अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।