World Heart Day : 'SGPGI वॉकथॉन' का आयोजन, CMS प्रो. गौरव अग्रवाल ने कहा- 'हृदय रोगों से बचाव हेतु टहलना जरूरी'
'हृदय रोगों से बचाव हेतु रोज़ाना टहलना ज़रूरी है। कोरोना काल के बाद इस तरह की एक्टिविटी होना काफी अच्छा रहा।
लखनऊ: रविवार को राजधानी के रायबरेली रोड़ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) ने यूपी चैप्टर कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के साथ एसजीपीजीआई परिसर में 5 किलोमीटर की पैदल यात्रा का आयोजन किया।
वॉक फॉर हेल्दी हार्ट
यह कार्यक्रम बुधवार को पड़ने वाले विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) के मद्देनजर आयोजित किया गया। जिसे 'वॉक फॉर योर हेल्दी हार्ट' नाम दिया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 75 संकाय सदस्यों ने अपने परिवार के सदस्यों संग भाग लिया।
जिसे यूपी-सीएसआई के अध्यक्ष प्रो सत्येंद्र तिवारी, कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो आदित्य कपूर, यूपी-सीएसआई के प्रमुख प्रो सुदीप कुमार, एनेस्थिसियोलॉजी के प्रमुख प्रोफेसर अनिल अग्रवाल, गैस्ट्रोसर्जरी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर राजन सक्सेना और एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के प्रमुख व सीएमएस प्रोफेसर गौरव अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाई।
युवाओं में बढ़ रही हृदय की समस्या
आज के दौर में विश्व स्तर पर और भारत में दिल के दौरे और उच्च रक्तचाप सहित हृदय रोग के मरीज़ों की संख्या बहुतायत संख्या में है। भारत में मृत्यु का यह सबसे आम कारण है। विशेष रूप से युवा आबादी में बढ़ती यह बिमारी चिंता का सबसे बड़ा कारण है। इन रोगों के महत्वपूर्ण कारण व्यायाम की कमी, धूम्रपान और एक अस्वास्थ्यकर आहार है, जिन्हें लोग स्वयं बदल सकते हैं।
"यूज़ हार्ट टू कनेक्ट"
बता दें कि, इस वर्ष 'विश्व हृदय दिवस' की थीम "यूज़ हार्ट टू कनेक्ट" है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने दिलों से जुड़ें और सुनिश्चित करें कि हम अपने दिलों को पूरी तरह से भर रहे हैं, पोषण दे रहे हैं । उनको पोषित कर रहे हैं।
'SGPGI वॉकथॉन' जैसे आयोजन इस बात का एहसास दिलाते हैं कि हमें अपनी दैनिक दिनचर्या में किस तरह के बदलावों को करने की ज़रूरत है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिए शारीरिक गतिविधियां (चलना, टहलना, दौड़ना) करना ज़रूरी है। 'SGPGI वॉकथॉन' एक फिट जीवन शैली बनाए रखने के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। साथ ही, संतुलित व पौष्टिक आहार पर भी ध्यान देते हैं।
हृदय रोगों से बचाव हेतु टहलना ज़रूरी
'न्यूज़ट्रैक' से बातचीत में एसजीपीजीआई के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर गौरव अग्रवाल (SGPGI CMS Prof. Gaurav Agarwal) ने बताया कि 'हृदय रोगों से बचाव हेतु रोज़ाना टहलना ज़रूरी है। कोरोना काल के बाद इस तरह की एक्टिविटी होना काफी अच्छा रहा।
एसजीपीजीआई कैम्पस में क़रीब 2500 लोग रहते हैं। इस कार्यक्रम से संस्थान में रहने वाले आधे लोगों तक यह संदेश पहुंचा है।' उन्होंने बताया कि 'लोगों को यह पता होना चाहिये कि शारीरिक गतिविधियों से हृदय से सम्बंधित बीमारियों को पनपने से रोका जा सकता है।'