TS Mishra Medical College: निष्कासित MBBS छात्रों ने राज्यपाल को लिखा पत्र, कहा- 'मेडिकल कॉलेज ने वसूली ज्यादा फीस, इंटर्नशिप भत्ता दिया जाए'

Written By :  Shashwat Mishra
Published By :  Ashiki
Update: 2021-08-10 18:03 GMT

MBBS छात्र

लखनऊ: राजधानी लखनऊ (Lucknow) के सरोजनी नगर स्थित टी.एस. मिश्रा मेडिकल कॉलेज (TS Mishra Medical College) में इंटर्नशिप करने वाले 109 एमबीबीएस डॉक्टरों को निष्कासित कर दिया गया था। वहीं, इसके मद्देनजर मंगलवार को एमबीबीएस डॉक्टरों (MBBS Doctors) ने राज्यपाल को पत्र लिखा। गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज के मुख्य सुरक्षा अधिकारी परेश पांडे द्वारा सरोजनी नगर थाने में इंटर्न डॉक्टरों के खिलाफ तहरीर भी दी थी। इसके बाद छात्रों को तीन माह के लिए निष्कासित कर दिया गया था।

'इंटर्नशिप भत्ता दिए जाने की मांग'

राज्यपाल को लिखे गए पत्र में इंटर्न डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'इंटर्नशिप कॉलेज में ही एमसीआई की अनुमति से जुलाई माह के दूसरे सप्ताह से शुरू हुई थी। लेकिन, इंटर्नशिप के समय दिए जाने वाले भत्ते को कॉलेज द्वारा देने से मना कर दिया गया। सभी डॉक्टरों ने इसका विरोध किया। जिस पर कॉलेज प्रशासन ने मुकदमा दर्ज करने के लिए सरोजिनी नगर कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया है।'

मेडिकल कॉलेज ने वसूली ज्यादा फीस

छात्रों ने पत्र में टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज पर आरोप लगाया है कि 'राज्य सरकार द्वारा 2016-17 बैच के एमबीबीएस छात्रों के लिए फीस 11 लाख 4 हजार रुपये निर्धारित की गई है। लेकिन, कॉलेज मैनेजमेंट प्रत्येक छात्र से 11 लाख 30 हजार रुपये ले रहा है। इसके अतिरिक्त प्रति वर्ष परीक्षा शुल्क बता कर 45,000 हजार रूपये लिया जा रहा है। वहीं, राज्य सरकार ने छात्रों को इंटर्नशिप भत्ता 12000 प्रति माह निर्धारित किया है। जिसकी मांग करने पर मेडिकल कॉलेज द्वारा छात्रों पर एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई के साथ 3 माह तक की इंटर्नशिप को स्थगित कर दिया गया है।' छात्रों ने पत्र में मांग की है कि 'कॉलेज मैनेजमेंट को इंटर्नशिप पुनः शुरु करवा कर इंटर्नशिप भत्ता दिया जाना चाहिए।'

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