UP Election 2022: चौथे चरण के चुनाव से पहले 'जातिगत जनगणना' के समर्थन में अखिलेश, कहा- जनसंख्या के हिसाब से मिले हक
सपा सुप्रीमो अखिलेश कहते हैं, 'समाजवादी पार्टी के साथ जो भी छोटी पार्टियां हैं वो जातिगत जनगणना की पक्षधर हैं। वो चाहती हैं, कि आरक्षण खत्म न हो। वो चाहते हैं, कि आबादी के हिसाब से हक और सम्मान मिले'
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) के लिए कल यानी बुधवार को चौथे चरण का मतदान होना है। उससे ठीक एक दिन पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक बार फिर जातिगत जनगणना (Caste Census) की वकालत की है। उनका कहना है कि जातिगत जनगणना के आधार पर ही आरक्षण सहित अन्य सुविधाएं दी जाएं।
सपा सुप्रीमो अखिलेश कहते हैं, 'समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ जो भी छोटी पार्टियां हैं वो जातिगत जनगणना की पक्षधर हैं। वो चाहती हैं, कि आरक्षण (Reservation) खत्म न हो। वो चाहते हैं, कि आबादी के हिसाब से हक और सम्मान मिले। मगर, बीजेपी को इससे डर लगता है।' अखिलेश यादव आगे कहते हैं, 'ये जितने क्षेत्रीय दल हमारे साथ आए हैं, इनमें दलित हैं, अम्बेडकरवादी हैं, समाजवादी हैं, ये सभी जातिगत जनगणना चाहते हैं।'
अखिलेश- ..तो बीजेपी डरी हुई क्यों है?
दरअसल, अखिलेश यादव ने जातिगत जनगणना को लेकर अपना पक्ष एक निजी खबरिया चैनल से बातचीत में रखा। यहां अखिलेश बोले, कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कोई नेता क्या जातिगत जनगणना कराने का पक्षधर है? क्या जातिगत जनगणना के आंकड़े जनगणना के सामने आएंगे? वो कहते हैं, उनके साथ के सभी छोटे राजनीतिक दल (political party) जाति के आधार पर जनगणना चाहती है। मगर, बीजेपी जाति जनगणना क्यों नहीं चाहती? इस दौरान अखिलेश यादव ओबीसी जातियों (OBC castes) के समीकरण की चर्चा भी करते हैं। वो कहते हैं कि 'अगर बीजेपी ओबीसी को साथ लेना चाहती है तो जाति जनगणना से पीछे क्यों हट रही है?'
पीएम मोदी को भी दिया करारा जवाब
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री के 'साइकिल और बम' वाले बयान का भी जवाब दिया। अखिलेश ने प्रधानमंत्री के बयान से जुड़ी खबर और उसका एक पुराना ट्वीट का स्क्रीनशॉट भी अपने ट्विटर अकाउंट से साझा किया। आपको बता दें कि, इस ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीदरलैंड के प्रधानमंत्री का साइकिल के लिए 'शुक्रिया' कहते दिख रहे हैं। दरअसल, पीएम मोदी ने रविवार को अपनी हरदोई रैली में कहा था, 'जितने भी धमाके हुए सब समाजवादी पार्टी के चुनाव निशान साइकिल पर रखकर किए गए थे। मैं हैरान हूं कि उन्होंने (आतंकियों) साइकिल को ही क्यों पसंद किया?' इसके आगे पीएम ने कहा था कि वर्ष 2006 में काशी में बम धमाका हुआ था, संकट मोचन मंदिर में धमाका किया गया था, कैंट रेलवे स्टेशन पर हमला हुआ था। और जब ये धमाके हुए थे तब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी।
पीएम के 'औरगंजेब' वाले बयान पर क्या ये बोले अखिलेश
वहीं, स्वयं को 'औरंगजेब' कहे जाने पर अखिलेश यादव ने निजी समाचार चैनल से कहा, कि ''नेताजी' (मुलायम सिंह यादव) दूर रहते हैं, तो औरगंजेब कहते हैं। प्रचार करते हैं तो सवाल पूछते हैं कि उन्हें लाने की क्या जरूरत पड़ी।' सपा अध्यक्ष ने आगे कहा, यूपी आगे कैसे बढ़ेगा, हम इस पर काम कर रहे हैं। अपने शासन काल में हम अधिकारियों को ह्यूस्टन भेजे थे, सिंगापुर भेजे थे, फिर यूपी के लिए उत्कृष्ट पुलिस रिस्पॉन्स सिस्टम तैयार किया। लेकिन इस सरकार (योगी सरकार) ने सब खराब कर दिया।
'नई हवा है, नई सपा है'
अखिलेश आगे कहते हैं, 'इसलिए इस बार हम हम कह रहे हैं, 'नई हवा है, नई सपा' है। उन्होंने कहा, कि अगर लोग कुछ बदलाव चाहते हैं। हमारा कोई ऐसा सपना जो पूरा नहीं हो पाया है तो हम उसके लिए काम करेंगे। इसलिए हमनें नई सपा, नई हवा का नारा दिया है।'