UP Heavy Rain Alert: उत्तराखंड से बनबसा बैराज से छोड़ा गया पानी, यूपी के इन जिलों में बाढ़ का खतरा, जारी हुआ अलर्ट

UP Heavy Rain Alert: उत्तराखंड के बनबसा बैराज से चार लाख 71 हजार क्यूसेक छोड़ा गया पानी यूपी में एंटर कर चुका है और नदी के किनारे के गांव जलमग्न होने शुरू हो गए हैं।

Published By :  Vidushi Mishra
Update:2021-10-19 21:30 IST

Photo- Newstrack 

UP Heavy Rain Alert : उत्तराखंड नेपाल में ऊंचे पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश (Baarish Ka Alert) से निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। बाढ़ के हालात हैं। इसका असर अब उत्तर प्रदेश में भी दिखाई देने लगा है। यूपी की नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिसके बाद लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri Mein Baadh Ka Alert) , सीतापुर (Sita Mein Baadh Ka Alert)और बाराबंकी(Barabanki Mein Baadh Ka Alert) में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है। नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को भी सतर्क कर दिया गया है। शाम तक लखीमपुर के तमाम गांव जलमग्न हो गए हैं। करीब दो सौ गांवों पर बाढ़ का खतरा है।

रामपुर से आजम खान ने खबर दी है कि तराई क्षेत्र में बारिश का कहर जारी है जिसके चलते नदियां उफनानी शुरू हो गई है रामपुर में उत्तराखंड से पानी छोड़े जाने के बाद कोसी नदी अपना कहर बरपाने लगी है नदी से सटे दर्जनों गांव में मौजूद किसानों की फसलें पानी के आगोश में समा चुकी हैं बाढ़ के हालात को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में हैं और हालात पर बारीकी से नजर जमाए हुए।

स्वार व टांडा क्षेत्रों में नदी का जलस्तर इतना बढ़ चुका है कि पानी नदी से सटे दर्जनों गांव की आराजी में मौजूद खेतों में पहुंच चुका है जिसके चलते किसानों की फसलें तबाह होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। प्रशासन के स्तर पर जगह जगह बाढ़ चौकियां बनाई गई है। किसी भी खतरे पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।

ग्रामीण शब्बू खान के मुताबिक सर बाढ़ की स्थिति तो गंभीर ही है। यह नजारा आप देख ही रहे हैं पानी तो ओवर चल रहा है। छोटे-मोटे जो घर है, किनारे के वह डूब भी चुके हैं और पानी की स्थिति बढ़ने पर ही है। यह दरियाल से काशीपुर वाली रोड बंद कर दी गई है और दरियाल से बाजपुर वाली रोड बंद कर दी गई है। दोनों रोड बंद कर दी गई हैं। आगे शायद रोड कटने की भी संभावना हो गई है। दारियाल में लोगों के द्वारा मालूम पड़ रहा है कि पानी बढ़ रहा है। एक ग्राम अकबराबाद है दड़ियाल रोड पर पड़ता है। काशीपुर से 4 किलोमीटर आगे यह गांव है। हमारा गांव डूब रहा है। यहां के सारे घर डूब चुके हैं।

ग्रामीण अरशद के मुताबिक स्थिति तो यहां की नाजुक बनी हुई है चारों तरफ पानी भरा हुआ है। पानी बढ़ रहा है क्योंकि ऊपर रामनगर के साइड बारिश हो ही रही है। पानी इमरता गांव की तरफ बढ़ रहा है। बाढ़ की संभावना पहले से तो ज्यादा पानी ही है क्योंकि 2010 में जो पानी आया था उससे ज्यादा ही पानी है।

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ के मुताबिक पिछले दो दिनों में जनपद में काफी मात्रा में बारिश हुई है जिसके कारण खेतों में पानी खड़ा हो गया है, वहीं दूसरी और रामपुर में क्योंकि नदियां बहुत सारी है। कोसी नदी में जलस्तर बढ़ने से और उत्तराखंड में भी भारी बारिश होने के कारण कोसी बैराज में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है जिसके कारण कोसी नदी के किनारे के जो गांव हैं वह संवेदनशील हो गए हैं। मैं सभी से निवेदन करूंगा कि कोसी नदी के किनारे के जितने भी गांव हैं वहां अभी नदी किनारे ना जाएं नदी किनारे जाकर कोई भी कृषि कार्य ना करें क्योंकि कटान की एक समस्या हो सकती है और साथ-साथ अतिवृष्टि के कारण बाढ़ की समस्या भी हो सकती है।

लखीमपुर खीरी से हमारे संवाददाता के मुताबिक, लगातार बारिश से भीरा इलाके में शारदा नदी का ढकिया खुर्द गांव के पास तटबन्ध टूट गया है जिससे गांव में पानी भरना शुरू हो गया है। लखीमपुर खीरी जिलाधिकारी अरविंद चौरसिया हाई अलर्ट जारी करते हुए नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को कहा है।

नदियों का जलस्तर बढ़ा (फोटो- सोशल मीडिया)

खबर मिली है उत्तराखंड के बनबसा बैराज से चार लाख 71 हजार क्यूसेक छोड़ा गया पानी यूपी में एंटर कर चुका है और नदी के किनारे के गांव जलमग्न होने शुरू हो गए हैं। जिलाधिकारी ने गोला, निघासन, पलिया, धौरहरा के एसडीएम को बाढ़ प्रभावित इलाकों के गांवों में रहने को कहा है। नदी के आसपास 50 मीटर की रेंज में किसी के भी जाने पर रोक लगा दी गई है।

सीतापुर के डीएम ने जारी किया अलर्ट

सीतापुर के जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने भी सभी उपजिलाधिकारी, तहसीलदार और क्षेत्राधिकारी को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि उत्तराखंड के कई स्थानों पर भारी बारिश के बाद शारदा नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है। शारदा के साथ घाघरा नदी के जलस्तर पर भी नजर रखी जा रही है। इसमें तेजी से वृद्धि हो रही है।

निचले इलाकों में पानी भरा (फोटो- सोशल मीडिया)

डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अगले 72 घंटे तक सतर्क रहने की जरुरत है। जिलाधिकारी ने कहा कि अगर आवश्यक लगे तो निचले इलाके को खाली कराकर वहां पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा जाए। इसके साथ ही राहत और बचाव कार्य की तैयारी पूरी करते हुए प्रत्येक डूबे क्षेत्र को सूचना और मुनादी कराई जाए। जिससे वहां पर रहने वाले लोग अलर्ट हो सके और वह बाढ़ की चपेट में ना आएं।

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज (मंगलवार) को उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी थी। मौसम विभाग का अगला अलर्ट अगले 24 घंटे तक प्रदेशवासियों को और परेशान करने वाला बताया जा रहा है।

आईएमडी के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के दौरान यूपी के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। वहीं उत्तराखंड से सटे जिलों तक में तो रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।

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