खतरनाक Zika Virus: इसका नहीं कोई इलाज व वैक्सीन, "बुखार से पीड़ित व्यक्ति ज़रूर कराएं जांच"

Zika VirusTreatment: जीका वायरस के आने के बाद अब नई तरह की चुनौती आई सामने

Report :  Shashwat Mishra
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update:2021-11-03 20:53 IST

Zika VirusTreatment: बीते दो वर्षों से देश में कोई न कोई बीमारी आतंक फैला रही है। जहां महामारी कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से पूरे विश्व में हाहाकार मचा रहा। वहीं, पिछले तीन महीनों से प्रदेश में डेंगू (Dengue) ने कहर ढा रखा है। अभी डेंगू का प्रकोप चरम पर ही था कि उत्तर प्रदेश सहित तीन राज्यों में जीका वायरस (Zika Virus in UP) ने दस्तक दे दी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो यह बीमारी सबसे ज़्यादा गर्भवती महिलाओं के लिये हानिकारक साबित हो सकती है। ज़ीका वायरस से कानपुर जिले में अब तक 37 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिसको ध्यान में रखते हुए पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। मंगलवार को लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग ने ज़ीका वायरस से बचाव हेतु एक वेबिनार का आयोजन किया। जिसमें राजधानी के समस्त राजकीय, निजी चिकित्सालय, पैथालॉजी के चिकित्सकों व स्टाफ द्वारा प्रतिभाग किया गया।

'कोई इलाज व वैक्सीन नहीं है'

इस वेबिनार में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय (KGMU) के प्रोफेसर डॉ. डी. हिमांशु (KGMU Dr. D. Himanshu) ने बताया कि "जीका वायरस का कोई विशेष इलाज एवं वैक्सीन नहीं है, केवल लक्षण के आधार पर ही उपचार किया जाता है। जिसमें मुख्यतः डीहाइड्रेशन से बचना बेहद आवश्यक है। यदि गर्भवती महिला इस वायरस से ग्रसित होती है, तो गर्भ में पल रहे बच्चें पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड सकता है।" उन्होंने बताया कि "इस रोग से बचाव हेतु घर के आस-पास पानी जमा न होने दें, पानी से भरे हुए बर्तनों एवं टंकियों को ढक कर रखे, पूरी बाह के कपडे पहने, मच्छर रोधी क्रीम लगायें और मच्छरदानी का प्रयोग करें।"

केजीएमयू में है जांच की सुविधा

माइक्रोबायोलाजी विभाग की प्रोफेसर डॉ. शीतल वर्मा द्वारा अवगत कराया गया कि इस वायरस से यदि रोगी संक्रमित हो जाता है, तो जांच की सुविधा केजीएमयू के माइक्रोबायोलाजी विभाग में उपलब्ध है।

बुखार से पीड़ित व्यक्ति ज़रूर कराएं ज़ीका वायरस की जांच

लखनऊ के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल (CMO Dr. Manoj Agarwal) ने बताया कि "यदि कोई व्यक्ति बुखार से पीडित है और डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया की जांच में पुष्टि नहीं होने पर जीका वायरस की जांच अवश्य करायी जाए।"

निरंतर सर्विलांस में रखते हुए ज़ीका वायरस की जांच

इस सम्बन्ध में जिला सर्विलान्स अधिकारी डा. मिलिन्द वर्द्धन द्वारा अवगत कराया गया कि यदि कोई संक्रमित व्यक्ति कहाँ से लखनऊ आता हैं, तो उन्हें निरन्तर सर्विलान्स में रखते हुए जीका वायरस रोग की पुष्टि हेतु जांच अवश्य करा ली जाए।

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