Raebareli News: फूलन देवी की मूर्ति पर राजनीति, सपा ने भाजपा पर लगाये गंभीर आरोप

Raebareli News: सपा सरकार में आयी तो फूलन देवी का स्मारक भी बनेगा और मूर्ति भी लगाई जाएगी। साथ ही महाराजा निषाद की प्रतिमा भी लगाई जाएगी।

Report :  Narendra Singh
Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2021-09-20 17:12 GMT

रायबरेली: फूलन देवी की मूर्ति लगाए जाने का मामला

Raebareli News: उत्तर प्रदेश के जनपद रायबरेली (Raebareli) में फूलन देवी (Phoolan Devi) की मूर्ति न लगाये जाने को लेकर यहां समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भाजपा(BJP) और जिला प्रशासन को आज जमकर कोसा। समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजपाल कश्यप ने जहां मूर्ति लगाने पर लगी रोक को भाजपा सरकार की तानाशाही बयाया वहीं मंनोज पांडेय ने भी इशारों इशारों में फूलन देवी को पिछड़ों का मसीहा बताया है। डॉ. राजपाल कश्यप ( Dr. Rajendra Kashyap) ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अघोषित इमरजेंसी लगा दी है, हमें प्रतिमा स्थल पर जाने नहीं दिया जा रहा है।

प्रतिमा का अनावरण (unveiling of statue) करने पहुंचे सपा के पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कश्यप ने आज जब्बारीपुर में एक जनसभा को सम्बोधित किया और सरकार पर निशाना साधा। वीर सावरकर की तस्वीर विधानसभा में लगाई गई जबकि उनका देश के विकास में कोई योगदान नहीं है।

सबसे ज्यादा गुंडे भाजपा में है- राजेंद्र कश्यप

राजेंद्र कश्यप ( Dr. Rajendra Kashyap) ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सबसे ज्यादा गुंडे भाजपा में है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में आयी तो फूलन देवी का स्मारक भी बनेगा और मूर्ति भी लगाई जाएगी। साथ ही महाराजा निषाद की प्रतिमा भी लगाई जाएगी। बाबा जी के क्षेत्र गोरखपुर में भी फूलन देवी और महाराजा निषाद की मूर्ति लगाई जाएगी।

ऊंचाहार के जब्बारीपुर में समाजवादी पार्टी ने आज पिछड़ा वर्ग का सम्मेलन आयोजित किया था। जब्बारीपुर से लगा हुआ निषाद बाहुल्य गंगा के किनारे स्थित है खण्डारी पुर।कुछ दिन पहले यहां के सपा विधायक मंनोज पांडेय और सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने फूलन देवी की मूर्ति लगायें जाने का ऐलान किया था। उद्देश्य था सम्मेलन के बाद मूर्ति लगाकर निषाद वोटरों को साधना। लेकिन मूर्तिं लगाए जाने को लेकर कई संगठनों ने विरोध जताया तो प्रशासन ने इसकी परमिशन नही दी।आज सम्मेलन में पहुंचें राजपाल कश्यप पिछड़ों के बीच मूर्ति न लग पाने को भी भुना गए। इस दौरान निषादों को टास्क दे गए कि 22 में सरकार बनी तो मूर्ति लगाई जाएगी।



महापुरुषों के लिए अगड़े पिछड़े की राजनीति नहीं करनी चाहिए

उधर, इस मामले में खुद को मध्यमार्गी रखते हुए मंनोज पांडेय ने भी मूर्ति न लग पाने पर नाराजगी तो जताई लेकिन खुल कर कुछ नहीं बोले। उन्होंने अपने नगर पालिका परिषद अध्यक्ष रहते हुए लगाई गई मूर्तियों की फेहरिस्त गिनाते हुए इतना भर कहा कि महापुरुषों के लिए अगड़े पिछड़े की राजनीति नहीं करनी चाहिए। उनका कहना था कि फूलन देवी पिछड़े वर्ग की हैं इसलिए मूर्ति नहीं लगने दी गई।

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