UP में वायरल फीवर का कहर: रायबरेली-जालौन में एक-एक की मौत, फिरोजाबाद में हालात बिगड़े, मीरजापुर में अलर्ट पर जिला प्रशासन

रायबरेली (Raebareli) में जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वॉर्ड में भी बीते चौबीस घंटों के अंदर दो दर्जन से ऊपर वॉयरल फीवर के मरीज भर्ती हुए हैं। इनमें एक मासूम बच्ची की मौत भी हो गई है़।

Newstrack :  Network
Published By :  Ashiki
Update:2021-09-06 16:05 IST

 24 घंटे में भर्ती हुए दो दर्जन से अधिक मासूम 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में रहस्यमयी बुखार (Viral Fever) का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। फिरोजाबाद, मथुरा, बलिया जैसे जिलों में परेशानी लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा अब इस बुखार ने रायबरेली में भी दस्तक दे दी है। वहीं जालौन में भी डेंगू से एक की मौत हुई है। जिसे लेकर अब अन्य जिलों में भी स्वास्थ्य महकमा अलर्ट पर है। मीरजापुर में डीएम ने आज नोडल संग वार्ता कर डेंगू बुखार से बचाव और उपचार को लेकर सबको चेताया है। इस रिपोर्ट में विस्तार से जानिए बाकी जिलों का हाल-

रायबरेली: उत्तर प्रदेश में बढ़ते वायरल फीवर (Viral fever) के बढ़ते मामलों से हड़कंप मचा हुआ है़। इस बीच रायबरेली जिले में भी इस रहस्य्मयी बुखार ने दस्तक दे दी है। रायबरेली (Raebareli) में जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वॉर्ड में भी बीते चौबीस घंटों के अंदर दो दर्जन से ऊपर वॉयरल फीवर के मरीज भर्ती हुए हैं। इनमें एक मासूम बच्ची की मौत भी हो गई है़। बाल रोग विशेषज्ञ की मानें तो जिला अस्पताल में बच्चों का इलाज करने के लिए मात्र एक ही डॉक्टर है, जिससे अव्यस्था उतपन्न हो रही है।

जिला अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ राजेंद्र शर्मा ने बताया कि करीब 19 बच्चे रात तक एडमिट हुए हैं। कल रात में एक बच्चे की मौत भी हो गयी है। उन्होंने कहा कि पहले यहां चार डॉक्टर हुआ करते थे। फिर दो डॉक्टर यहां मरीज देखते थे। उन्होंने बताया कि 9 महीनों से वो अकेले ही देख रहे हैं।


रिपोर्ट- नरेंद्र सिंह, रायबरेली

मीरजापुर: डीएम ने डेंगू बुखार से बचाव और उपचार को लेकर की नोडल संग वार्ता

उधर मीरजापुर में डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने प्रेस वार्ता कर डेंगू के नियंत्रण की कार्ययोजना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश के अन्य जनपदों में डेंगूू रोग के बढ़ने की शिकायतें मिल रही हैं। जिसको लेकर जिले में भी डेंगू रोग के बचाव व उपचार के लिये कार्य योजना बनाकर कार्य किया जा रहा हैं। उन्होने कहा कि डेंगू रोग के नियंत्रण व बचाव के लिये तथा उसके लक्षण की जानकारी के लिये कार्ययोजना बनाकर जनपद में हैण्डबिल, होर्डिग व वाल राइटिंग अन्य विभिन्न तरीको से जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रचार प्रसार कराया जा रहा हैं। उन्होने कहा कि स्वास्थ विभाग की टीम बनायी गयी है जो ग्रामीण स्तर पर घर-घर जाकर लोगो से वार्ता कर पूछेगी कि उनको बुखार, खांसी आदि है या नहीं।


डेडीकेटेड वार्ड में चिकित्सको की तैनाती

जिला अस्पताल में डेडीकेटेड वार्ड बनाकर चिकित्सको की तैनाती की गयी है। डेंगू रोग में मुख्यतः प्लेटलेटस कम हो जाती है जिसके दृष्टिगत चिकित्सको निर्देश गये है प्रत्येक व्यक्ति की प्लेटलेटस टेस्ट किया जाये। जिससे उसकी मानिटिरिंग हो सके। उन्होने कहाकि जिसका प्लेटलेटस काफी कम हो ऐसे मरीज का तत्काल उपचार के निर्देश दिये गये हैं। डीएम ने बताया कि 1 जुलाई से अब तक 16 केस रिपोर्ट किये गये हैं। जिनमे आज तक में सभी का इलाज हो चुका है। किसी प्रकार की दुर्घटना जिले में नही हुयी हैं। इस दौरान उन्होंने डेंगू के लक्षण और बचाव के बारे में भी जानकारी दी।

मंडलीय अस्पताल में नही है डेंगू जांच की सुविधा

डीएम ने बताया कि मंडलीय अस्पताल में डेंगू जांच की सुविधा के लिए हमने शासन को पत्र लिखा है जिस पर एक डेंगू जांच केंद्र बनाने की मांग की है। जब तक डेंगू जांच के लिए शासन की तरफ से कोई जवाब नहीं आ जाता तब तक हम डेंगू की जांच बीएचयू के अस्पताल में भेजकर जांच कराएंगे।

 रिपोर्ट- बृजेन्द्र दुबे, मीरजापुर

जालौन में डेंगू से एक की मौत

जालौन में भी डेंगू ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं और रविवार को डेंगू से हुई एक युवक की मौत के बाद से हड़कंप मच गया। जिसको लेकर स्वाथ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। मृतक के घर के आसपास पहुंची स्वाथ्य टीम ने जागरूकता अभियान चलाया और घरों की कूलरों व नालियों में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया।


बता दें कि जिले में डेंगू से हुई एक मौत के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। मृतक के घर में जाकर व आसपास के इलाकों में स्वाथ्यकर्मियो ने फॉगिंग व दवा का छिड़काव किया और लोगों को जागरूक किया। डेंगू की सतर्कता को देखते हुए डीएम प्रियंका निरंजन ने स्वाथ्य विभाग के साथ मीटिंग लेते हुए उन्होंने दिशानिर्देश दिए हैं कि डेंगू, मलेरिया व अन्य बुखारों की पहचान के लिए जिले में 7 से 16 सितंबर तक डोर टू डोर सर्वे कराया जायेगा।

रिपोर्ट- अफसार हक

 फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 52

फिरोजाबाद में डेंगू तथा वायरल बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर 52 हो गई है। 540 से अधिक बच्चे मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। जिला प्रशासन व नगर निगम इस महामारी को रोकने के हर तरह के उपाय कर रहा है। फिलहाल बुखार और बढ़ते रोगियो की संख्या पर काबू नहीं पाया जा सका है।


अब जिला प्रशासन ने डेंगू का लारवा मारने के लिए एक अनूठा प्रयोग किया है। भारत सरकार के स्वस्थ्य मंत्रालय की टीम और उत्तर प्रदेह के स्वास्थ्य विभाग लखनऊ के टीम को भी डेंगू के मचछर के लारवा मील है। आशिकान मरीज बच्चे डेंगू से संक्रमित मिले है। ये डेंगू के मचछर का लारवा पुराना जमा हुआ पानी, जल भराव , तलाव में अधिक पायव गए है। शहर के अधिकांश स्थानों पर एंटीलारवा का छिड़काव तो हो रहा है फिर भी बीमारो की संख्या बढ़ती जा रही है अब मारने वाला के आंकड़ा भी 52 हो गया है। अब देहात में भी डेंगू के मरीज मिल रहे है। लार्बा को मारने के लिए अब मछली का सहारा लिया जा रहा है। बदायू से आई 50 पैकेट में आई 25 हजार मछलियों को शनिवार को अराव, सिरसागंज, के कई तालाबो में इन् मछलियों को छोड़ा गया है। तीन दिन बाद फिर देखा जैव की क्या लारवा कम हुआ है। यदि ये प्रयोग सफल रहा तो शहर में पुराने जल भराव में इन गैम्बोजा मछलियो को छोड़ा जाएगा

रिपोर्ट- बृजेश राठौर, फिरोजाबाद

 

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