UP Election 2022 : यूपी का बदला पंजाब में अदिति सिंह से ऐसे लेगी कांग्रेस

Up Election 2022 : पार्टी महासचिव एंव यूपी प्रभारी प्रियंका गाधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) ने मन बना लिया है कि अदिति सिंह के पति अंगद सिंह को पंजाब से टिकट नहीं दिया जाएगा।

Published By :  Ragini Sinha
Update:2022-01-24 14:32 IST

UP Election 2022 : यूपी का बदला पंजाब में अदिति सिंह से ऐसे लेगी कांग्रेस (Social Media) 

Up Election 2022 : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में गांधी परिवार (Gandhi pariwar) का गढ रायबरेली (Raebareli) क्षेत्र की विधायक अदिति सिंह (MLA Aditi Singh) के इस्तीफा (Resigning) देने और भाजपा (Bjp) में शामिल होने से कांग्रेस हाईकमान (Congress Highkaman) पूरी तरह से तिलमिलाया हुआ है। इसलिए अब अदिति सिंह को सबक सिखाने के लिए कांग्रेस (Congress) ने उनके पति अंगद सिंह (Angad Singh) का पंजाब विधानसभा (Punjab vidhansabha) से टिकट काटने का फैसला लिया है। 

अंगद सिंह को पंजाब से टिकट नहीं दिया जाएगा

कहा जा रहा है कि पार्टी महासचिव एंव यूपी प्रभारी प्रियंका गाधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) ने इसके लिए पूरी तरह से मन बना लिया है कि अदिति सिंह के पति अंगद सिंह को पंजाब से टिकट नहीं दिया जाएगा। 

कांग्रेस 86 उम्मीदवारों के नामों का एलान कर चुकी है

हाल ही में कांग्रेस की जारी की गयी पहली सूची में अंगद सिंह का नाम नहीं है। 117 सदस्यों वाली पंजाब विधानसभा के चुनाव के लिए कांग्रेस अबतक 86 उम्मीदवारों के नामों का एलान कर चुकी है।  वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि वर्षो पुराने अंगद सिंह के परिवार की इस तरह की उपेक्षा करना ठीक नहीं है। इस परिवार ने पार्टी के लिए बहुत त्याग किया है। 

1962 में पहली बार नवांशहर के विधायक बने थे

अंगद सिंह के पिता प्रकाश सिंह के चाचा दिलबाग सिंह वर्ष 1962 में पहली बार नवांशहर के विधायक बने थे। इसके बाद वह  लगातार छह बार नवांशहर के विधायक बनते रहे। उनके बाद वर्ष 1997 में दिलबाग सिंह के बेटे चरणजीत सिंह विधायक बने। फिर  2002 के चुनाव में अंगद सिंह के पिता प्रकाश सिंह नवांशहर से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। इसके बाद 2012 में अंगद सिंह की मां इकबाल कौर ने भी कांग्रेस के टिकट पर जीता। 

2017 में अंगद सिंह ने अपनी राजनीति की शुरूआत की

पिछले चुनाव 2017 में अंगद सिंह ने अपनी राजनीति की शुरूआत की और शहीद भगत नगर क्षेत्र से जीत हासिल की। जबकि रायबरेली सदर से अदिति सिंह भी अपने पिता अखिलेश सिंह की परम्परागत सदर सीट से चुनाव लडकर विधानसभा पहुंची थी। दोनो को ही बेहद कम उम्र में विधायक बनने का सौभाग्य मिला। अंगद के पिता विधायक प्रकाश सिंह सैनी और अदिति के पिता विधायक अखिलेश सिंह करीब 20 साल मित्र रहे। इसके बाद नवम्बर 2019 में अंगद और अदिति ने विवाह कर लिया।

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