रक्तदान दिवस: तैयारियां शुरू, इस साल होगा बेहद ख़ास, ये है वजह

मनुष्य के जीवन में रक्त की आवश्यकता एवं उसके महत्व को दर्शाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

Update: 2020-09-26 15:36 GMT

अयोध्या: मनुष्य के जीवन में रक्त की आवश्यकता एवं उसके महत्व को दर्शाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस 2020 की थीम Let's donate blood voluntarily and contribute to the fight against CORONA है।

1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस

जिलाधिकारी अनुज कुमार झाजिला अधिकारी अनुज कुमार जानेने बताया कि राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस एक अभियान के रूप में आगामी 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक मनाया जाएगा और इस दौरान विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाकर जन सामान्य को स्वैच्छिक रक्तदान हेतु प्रेरित किया जाएगा।

रक्तदान दिवस कोरोना पर समर्पित

इस अवधि में अधिक से अधिक स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन कराने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दे दिए गए हैं और यह प्रयास किया जाएगा अक्टूबर माह में कम से कम 4 स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन कर प्रत्येक शिविर में कि कम से कम 100 से 200 यूनिट रक्त संग्रह का किया जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा की कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों के आयोजन के समय शासन द्वारा जारी गाइडलाइन एवं प्रोटोकॉल के साथ सोशल डिस्टेंसिंग, हाथों का सैनिटाइज व सभी के मास्क पहनने के नियमो का पूर्ण रुप से पालन किया जाए।

अयोध्या में होगा रक्तदान शिविरों का आयोजन

उन्होंने कहा कि रक्तदान करने वाले रक्त दाताओं एवं स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में विशेष सहयोग करने वाली संस्थाओं को एक प्रतीक चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जाए ।स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में उनके अतुलनीय सहयोग हेतु धन्यवाद भी ज्ञापित किया जाए, जिससे भविष्य में संस्थाएं बढ़-चढ़कर रक्तदान शिविरों में योगदान हेतु आगे आएं। स्वैच्छिक रक्तदान संबंधित वेबसाइट, सोशल नेटवर्किंग साइट, मोबाइल एप्लीकेशन,आदि बनाने वाले संस्थाओं को भी सम्मानित किया जाए।

डीएम अयोध्या तैयारियों में जुटे

जिलाधिकारी ने कहा कि विभिन्न स्वैच्छिक संगठनों का सहयोग लेते हुए स्वैच्छिक रक्तदान के प्रचार-प्रसार हेतु जनपद के महत्वपूर्ण स्थलों जैसे शैक्षिक संस्थानों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, प्रमुख चैराहों, कचहरी, मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय तथा सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वैच्छिक रक्तदान के प्रति जागरूक करने वाले यथासंभव बैनर, होर्डिंग आदि भी लगवाए जाएं तथा वॉल पेंटिंग भी कराई जाए।

मीडिया माध्यमों से किया जाएगा लोगों को जागरूक

जागरूकता के लिए प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया का भी सहयोग लिया जाए। जिलाधिकारी ने लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि रक्तदान करके देखो, स्वयं को अच्छा लगता है। इसी के साथ जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा सभी चिकित्सालयों के चिकित्सा अधीक्षक को अपने यहां ब्लड ग्रुपिंग कैंप का आयोजन कर 500 से 1000 भावी रक्त दाताओं का पंजीकरण कर उनके नाम ,पता, मोबाइल नंबर, ब्लड ग्रुप, उनकी उम्र आदि का उल्लेख करते हुए एक रजिस्टर बनाया जाए तथा इसको वेबसाइट पर अपलोड भी किया जाए ताकि आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सा विभाग, जिला प्रशासन, व आम लोग स्वैच्छिक रक्तदाता से संपर्क भी कर सकें।

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पूर्व में यह भी देखने को मिला है की वेबसाइट पर स्वैच्छिक रक्तदाताओं के विवरण उपलब्ध होने पर मरीज के घर वाले सीधे संपर्क कर ब्लड डोनेट करने का अनुरोध करते हैं और वह ब्लड प्राप्त करने में सफल भी रहे हैं।

आपातकाल की स्थिति में पर्याप्त रक्त की उपलब्धता का प्रबंध

जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि यह प्रयास हो कि रक्त कोष के पास आपातकाल की स्थिति में आपूर्ति हेतु रक्त समूह की पर्याप्त रक्त की उपलब्धता हो। यथासंभव बिना प्रति स्थानी के भी जरूरतमंद को रक्त यूनिट उपलब्ध कराया जाए ।उन्होंने कहा कि शासन द्वारा जो भी धनराशि उपलब्ध की गई उपलब्ध कराई गई है उसका उपयोग प्रचार प्रसार शासनादेश में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में किया जाए।

श्रमिकों को मिलेगा योजनाओं का लाभ

जिलाधिकारी झा ने बताया कि उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद द्वारा पंजीकृत कारखाना एवं दुकान वाणिज्य अधिष्ठानओ में कार्यरत श्रमिकों के लिए केंद्र एवं प्रदेश सरकार ने अनेको योजनाएं संचालित की है। उन्होंने बताया कि श्रमिक, श्रम विभाग में सम्पर्क कर इन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते है। उन्होंने आगे बताया कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक शिक्षा सहायता योजनान्तर्गत दुकान एवं वाणिज्य अधिष्ठान व पंजीकृत कारखाना में कार्य ऐसे श्रमिक पात्र होंगे जिनका वेतन (मूल वेतन एवं महंगाई मिलाकर) रू0 15000 रुपए प्रति माह से अधिक न हो । इस योजना का लाभ श्रमिक के पुत्र, पुत्री डिग्री पाठ्यक्रम डिप्लोमा पाठ्यक्रम व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम हेतु क्रमशः रुपए रू0 10000, 8000 एवं रुपए 5000 की राशि दिए होगी।

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गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार राशि योजना

उन्होंने आगे बताया कि गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार राशि योजना के तहत दुकान एवं वाणिज्य अधिष्ठान व पंजीकृत कारखानों में कार्य ऐसे श्रमिक पात्र होंगे जिनका वेतन (मूल वेतन एवं महंगाई) मिलाकर रू0 15000 प्रति माह से अधिक न हो। इस योजना का लाभ श्रमिक के पुत्र व पुत्री 60 प्रतिशत से 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने वाले पात्र होंगे। ज्योतिबा फुले कन्यादान योजना का लाभ पंजीकृत कारखानों में कार्यरत ऐसे श्रमिक पात्र होंगे, जिनका वेतन (मूल वेतन एवं महंगाई) मिलाकर रू0 15000 प्रतिमाह से अधिक न हो।

कन्या विवाह की निर्धारित तिथि से पूर्व आवेदन करना अनिवार्य

कन्या विवाह की निर्धारित तिथि से पूर्व आवेदन करना अनिवार्य है। इस योजना का लाभ केवल दो पुत्रियों के विवाह हेतु देय होगा। इसके लिए पुत्री के बैंक पासबुक की छायाप्रति एवं बैंक के आई एफ एस सी कोड अभिलेख के रूप में सलंगन करने होगे ।उन्होंने आगे बताया राजा हरिश्चंद्र मृतक आश्रित सहायता योजना का लाभ पंजीकृत कारखानो मे कार्यरत ऐसे श्रमिक पात्र होंगे जिनका वेतन (मूल वेतन एवं महंगाई) मिलाकर 15000 रुपए प्रति माह से अधिक न हो। श्रमिक के मृत्यु की तिथि से 1 वर्ष के अंदर आवेदन करना अनिवार्य है। आर्थिक सहायता के रूप में रुपया 15000 की राशि देय होगी।

इन पात्रों को मिलेगा लाभ

उक्त योजना में आर्थिक सहायता श्रमिक के पति पत्नी अथवा आश्रित पुत्र व अविवाहित पुत्री श्रमिक के अविवाहित होने की दशा में माता-पिता को दे होगी। दत्तोपंत ठेगड़ी मृतक अंत्येष्टि सहायता योजना का लाभ पंजीकृत कारखानों में कार्यरत ऐसे श्रमिक पात्र होंगे जिनका वेतन (मूल वेतन एवं महंगाई मिलाकर)रू0 15000 प्रति माह से अधिक न हो।

ऐसे उठाए योजना का लाभ

आवेदन श्रमिक की मृत्यु की तिथि से 30 दिन के अंदर करना अनिवार्य है। आर्थिक सहायता के रूप में 5000 राशि देय होगी ।इस योजनाओं के आवेदन पत्र वेबसाइट https://www.skpuplabour.in/ इन पर कर सकते हैं। अयोध्या जनपद में संचालित पंजीकृत दुकान एवं वाणिज्य अधिष्ठान एवं पंजीकृत कारखानों की सेवायोजको से अनुरोध है कि प्रतिष्ठानों में कार्यरत समस्त पात्र श्रमिकों को अपने स्तर से कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु जानकारी प्रदान करें ताकि ऐसे पात्र श्रमिक इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।

नाथ बख्श सिंह, अयोध्या

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