श्रमिकों को जिले में ही मिलेगा रोजगार, इन योजनाओं पर काम कर रही सरकार
गरीब कल्याण रोजगार अभियान अंतर्गत जनपद के सभी विभागों द्वारा अपने-अपने योजना अंतर्गत कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसके तहत श्रमिकों को योजना के लाभ...
अयोध्या: गरीब कल्याण रोजगार अभियान अंतर्गत जनपद के सभी विभागों द्वारा अपने-अपने योजना अंतर्गत कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसके तहत श्रमिकों को योजना के लाभ के साथ साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार भी मिल रहा है। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत सम्प्रति आवास पूर्णता की शून्य लक्ष्य के सापेक्ष 42 लाभार्थियों के आवासों को पूर्ण कराया गया और इस हेतु जो धनराशि उन्हें देय थी उनके खाते में आन्तरित की गई।
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उक्त जानकारी देते हुए जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने आगे बताया कि नए प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के कुल 14 के लक्ष्य के सापेक्ष 58 लाभार्थियों के आवास स्वीकृत करते हुए उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से प्रथम किश्त के रूप में 40हजार प्रति लाभार्थी की दर से कुल धनराशि 23 लाख 20 हजार भेज दी गई है।
इतने दिनों में पूर्ण करा लिया जाएगा
उन्होंने आगे बताया कि इन आवासों को अभियान के तहत 125 दिनों में पूर्ण करा लिया जाएगा। इन लाभार्थियों को प्रथम किस्त की धनराशि के साथ 28 मानव दिवस, द्वितीय किस्त की धनराशि के साथ 52 मानव दिवस, तथा तृतीय किस्त की धनराशि के साथ 10 मानव दिवस मनरेगा के अंतर्गत लाभार्थियों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
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जिलाधिकारी अनुज कुमार झा के मार्गदर्शन पर भारत सरकार द्वारा संचालित गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत लाभार्थियों को मुर्गी पालन व बकरी पालन के तहत किया जा रहा है प्रशिक्षित। उन्होंने बताया कि आज 20 जुलाई को आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या के कृषि विज्ञान केंद्र, मसौधा द्वारा आयोजिय गरीब रोजगार कल्याण योजना के अंतर्गत जिले के 35 प्रवासी मजदूरों हेतु वैज्ञानिक तकनीकी से बकरी पालन विषय पर तीन दिवसीय (20 से 22 जुलाई) कौशल विकास प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया।
बेरोजगारी की समस्या
इसके उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के पशु जन स्वास्थ्य विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर नमिता जोशी जी ने अपने संबोधन में कहा की करोना की वजह से प्रवासी मजदूर जो दूसरे प्रदेशों से वापस आये हुए है, के सामने बेरोजगारी की समस्या आ गई है। जिसके लिए प्रवासी मजदूरों को यह रोजगार परक प्रशिक्षण जो वैज्ञानिक तकनीकी से बकरी पालन विषय पर दिया जा रहा है, काफी सहयोग प्रदान करेगा।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत बकरी पालन करके हमारे प्रवासी मजदूर भाई आत्मनिर्भर बन सकते हैं। इस अवसर पर प्रोफेसर जोशी ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रमुख जूनोटिक बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। केन्द्र के अध्यक्ष डॉ. शशिकांत यादव ने प्रशिक्षण में पधारे आगंतुकों का स्वागत किया। प्रशिक्षण समयवयक डॉ. डीडी सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, पशु रोग विज्ञान ने प्रशिक्षण की रूपरेखा तथा बकरी पालन के व्यवसायिक महत्व के बारे में बताया।
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आय बढ़ा कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं
पशु पोषण विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार सिंह ने बकरी एवं बकरी के बच्चों के उचित आहार प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। पशु परजीवी विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. अमित सिंह ने बकरियों के प्रमुख अंन्तरू एवं वाह्य परजीवी रोग के कारण, बचाव व उपचार के बारे में जानकारी दी। पशु औषधि विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जेपी सिंह तथा डॉ. सत्यव्रत सिंह ने बकरियों में होने वाली जीवाणु जनित, पोषण एवं पाचन से संबंधित बिमारियों के कारक, लक्षण, निदान, उपचार एवं बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बकरी पालन के द्वारा प्रशिक्षणार्थी अपनी आय को बढ़ा कर दोगुना कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
इसके पूर्व दिनांक 15 जुलाई को आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोघ्या के अंर्तगत संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, मसौदा द्वारा आयोजिय गरीब कल्याण योजना अंतर्गत जिले के 35 प्रवासी मजदूरों हेतु वैज्ञानिक तकनीकी से मुर्गी पालन विषय पर तीन दिवसीय (15 से 18 जुलाई 2020 ) कौशल विकास प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में पधारे विजय कुमार सिंह ने मुर्गीयों हेतु आहार, मुर्गीयो में होने वाली जीवाणु जनित तथा विषाणु जनित बिमारियों के कारक, लक्षण, निदान, उपचार एवं बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मुर्गी पालन के द्वारा प्रशिक्षणार्थी अपनी आय को बढ़ा कर दोगुनी कर सकते हैं।
रिपोर्ट: नाथ बख्श सिंह
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