Ayodhya Ram Mandir: लोकसभा चुनाव से पहले तैयार हो जाएगा राम मंदिर, 24 घंटे चल रहा निर्माण कार्य

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या धाम में राम मंदिर निर्माण का काम 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। साल 2024 में लोकसभा के चुनाव भी होने हैं।

Reporter :  NathBux Singh
Published By :  Monika
Update: 2021-06-13 13:33 GMT

अयोध्या: श्री राम जन्म तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक समाप्त हुई। राम जन्मभूमि परिसर में चल रही थी बैठक। बैठक में भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा सहित श्री राम जन्म भूमि ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा राजा अयोध्या विमलेंद्र मोहन मिश्रा और जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती उपस्थित रहे ।

अयोध्या धाम में राम मंदिर निर्माण का काम 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। साल 2024 में लोकसभा के चुनाव भी होने हैं। फिलहाल, मंदिर के नींव की भराई का काम तेजी से चल रहा है। इसकी जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी है। उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में 3 तरह के अलग-अलग पत्थरों का प्रयोग किया जाएगा। इसमें प्लिंथ का निर्माण मिर्जापुर के 4 लाख क्यूबिक पत्थरों से होगा। गर्भगृह में वंशीपहाड़प़ुर के लाल पत्थर का उपयोग किया जाएगा। एमेजॉन सुपर वैल्यु डेज में होम अप्ला यंसेज/फैशन और भी बहुत कुछ... पाएं 60% तक की छूट।

उन्होंने बताया कि परकोटा निर्माण में हम अलग तरह के पत्थर लगाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश में पत्थरों की कई खदानें हैं, जहां विभिन्न प्रकार के क्वॉलिटी वाले पत्थर हैं। ऐसी खदानों से संपर्क किया जा रहा है। मंदिर परिसर के 5 एकड़ में परकोटा के निर्माण के लिए पत्थरों पर मंथन किया जा रहा है।

24 घंटे चल रहा निर्माण कार्य (फोटो: सोशल मीडिया )

निर्माण में अलग-अलग पत्थरों का प्रयोग

राम मंदिर निर्माण में तीन अलग-अलग तरीकों के पत्थर का प्रयोग होगा। मंदिर का बेस प्लिंथ, शिखर सहित मंदिर और परकोटे तीनों में अलग-अलग पत्थरों का प्रयोग होगा। इसमे मंदिर के बेस प्लिंथ 4 लाख क्यूबिक मिर्जापुर के पत्थरों से निर्मित होगा और मंदिर निर्माण राजस्थान के बंशीपहाड़पुर के पत्थर का प्रयोग किया जाएगा। वहीं मंदिर की सुरक्षा के लिए 5 एकड़ भूमि पर परकोटे के निर्माण के लिए पत्थरों पर मंथन किया जा रहा है।

अभी राम मंदिर की नींव में 6 लेयर बनकर तैयार हैं। 24 घंटे-दो शिफ्ट में जन्मभूमि निर्माण का कार्य चल रहा है। राम भक्तों को जन्मभूमि बनते देखने का अभी सही वक्त नहीं है अभी इंतजार करें। राम मंदिर में श्रमदान करने की इच्छा रखने वाले भक्तों से अपील की गई कि अपने गांव मोहल्ले में अच्छा काम करें। यही उनका श्रमदान माना जाएगा।

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