Azam Khan Bail: आजम की रिहाई पर अखिलेश का करारा जवाब, "झूठ के लम्हे होते हैं, सदियां नहीं"
Azam Khan Bail: आज़म खान जेल से बाहर आए, बेटे और विधायक अब्दुल्ला आज़म और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव उनका स्वागत करने के लिए सीतापुर जेल पहुंचे थे।
Azam Khan Bail 20 May 2022: सपा विधायक आज़म खान (Azam Khan) को बीते दिन सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद आज सीटो जेल से रिहा हो गए हैं। इस दौरान आज़म खान के बेटे और विधायक अब्दुल्ला आज़म और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव उनका स्वागत करने के लिए सीतापुर जेल पहुंचे थे। आज़म खान को जेल से रिहाई मिलने के बाद उनके आवास रामपुर लेकर आया गया है। आपको बता दें कि आजम खान रामपुर कोतवाली से जुड़े एक मामले में बीते दिन सर्वोच्च न्यायालय से अंतरिम जमानत के आदेश पर बीती देर शाम सीतापुर जेल भेज दिए गए थे, जिसके तहत अब आज आज़म खान करीब 27 महीने की सजा काटने के बाद जेल से बाहर निकले हैं।
शुक्रवार सुबह 20 मई को सीतापुर जेल खुलते ही आज़म खान की रिहाई कर दी गई है। इस दौरान आज़म खान के स्वागत के लिए आजम खान के बेटे और विधायक अब्दुल्ला आजम, शिवपाल यादव, सहारनपुर देहात सपा विधायक आशु मलिक सहित कई अन्य स्थानीय सपा नेता आज़म खान का स्वागत करने सीतापुर जेल पहुंचे ।
प्रदेश के पूर्व संसदीय कार्यमंत्री और रामपुर के सांसद मो आजम खां आज 814 दिन बाद जब जेल से रिहा हुए तो सीतापुर के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के घर पहुंचे। आजम खां के जेल से रिहा होने के दौरान उनके दोनो बेटों के अलावा प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और आशू मालिक भी वहां मौजूद थे। आजम खां आधा घंटा अनूप गुप्ता के घर पर रहने के बाद रामपुर रवाना हो गए।
उधर आजम खां के जेल में होने को लेकर पिछले दिनों राजनीति भी खूब हो चुकी है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर इसे लेकर कई आरोप लग चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ आजम खां से मिलने शिवपाल सिंह यादव और कांग्रेस के आचार्य प्रमोद कृष्णन समेत कई नेता सीतापुर जेल पहुंचे थे। जबकि आजम खां ने सपा नेताओं से मिलने से मना कर दिया।
बताते चलें कि अनूप गुप्ता आजम खां के बेहद करीबी माने जाते है। वह विधानसभा चुनाव में भाजपा में जाना चाहते थें पर आजम खां कहने पर उन्होंने यह विचार छोड दिया था।
अखिलेश यादव ने ट्वीट करके आज़म खान का किया स्वागत
उल्लेखनीय है कि गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के पूर्व संसदीय कार्यमंत्री और रामपुर के सांसद मो आजम खां को जमानत दी। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने उन्हे अंतरिम जमानत दी है। उनको 88 केसो में पहले ही राहत मिल चुकी है।
पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि एक के बाद एक उन पर मुकदमों को क्यो लादा जा रहा है। आजम खां के वकील कपिल सिब्बल ने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा था कि यह एक संयोग नहीं है बल्कि राजनीतिक दबाव के तहत उन पर मुकदमे लगाए गए हैं।
मो आजम खां पिछली अखिलेश सरकार में संसदीय कार्यमंत्री थें और मुख्यमंत्री के बाद वही सबसे ताकतवर नेता माने जाते थें। लेकिन प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद आजम खां के बुरे दिन शुरू हो गए। उन पर कई मुकदमों पर सुनवाई शुरू हुई। बेटे अब्दुल्ला की फर्जी सर्टीफिकेट के अलावा कई अवैध सम्पत्तियों पर कब्जे को लेकर उन्हे जेल भेजा गया। एक अन्य मामले में आजम खान के खिलाफ 2019 में रामपुर के अजीमनगर थाने में शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर जौहर यूनिवर्सिटी में मिलाने के आरोप में मामला दर्ज कराया गया था।
आजम खान पर वर्ष 2019 में सांसद बनने से लेकर सारे मुकदमों में जमानत मिल चुकी थी सिर्फ एक मामला रह गया था । इस बीच आजम खान के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।
शिवपाल सिंह यादव ने भी ट्वीट करके आज़म खान का किया स्वागत
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आजम खान की अंतरिम रिहाई
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा आजम खान की अंतरिम रिहाई का यह आदेश अनुच्छेद 142 का उपयोग कर ₹1 लाख के मुचलके पर जारी किया गया है, आपको बता दें कि अनुच्छेद 142 के तहत सर्वोच्च न्यायालय लंबे समय से लंबित अन्य न्यायालय के मामलों का संज्ञान लेकर आदेश या फैसला सुना सकता है। इस दौरान न्यायालय ने उन्हें अंतरिम जमानत देते हुए नियमित जमानत हेतु याचिका दायर करने के लिए 2 सप्ताह की समय अवधि भी प्रदान की है, जिसके भीतर आज़म खान नियमित जमानत के लिए न्यायालय में आवेदन कर सकते हैं।
इस दौरान आज़म को सीतापुर जेल लेने पहुंचे उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर बेहद खुशी और हर्ष जाहिर करते हुए धन्यवाद कहा। साथ ही अब्दुल्ला आज़म ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि वह अब आज़म खान को साथ लेकर सीधा अपने पैतृक निवास रामपुर जाएंगे।