Azamgarh Suicide Case: सदमे में श्रेया का परिवार, आरोपियों की हुई जमानत, मां ने सीएम योगी से लगाई न्याय की गुहार

Azamgarh Shreya Suicide Case: यह मामला विधानसभा में भी उठ चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन स्तर से इसकी जांच भी करवाई जा रही है।

Update:2023-08-11 09:07 IST
Azamgarh Shreya tiwari Suicide (photo: social media)

Azamgarh Shreya Suicide Case: चर्चित श्रेया तिवारी सुसाइड केस लगातार खबरों में बना हुआ है। 31 जुलाई को प्रिंसिपल द्वारा सार्वजनिक रूप से जलील किए जाने से आहत छात्रा ने स्कूल की छत से कूदकर जान दे दी थी। यह मामला विधानसभा में भी उठ चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन स्तर से इसकी जांच भी करवाई जा रही है। छात्रा आत्महत्या केस में गिरफ्तार किए गए आरोपी प्रिंसिपल सोनम मिश्रा और क्लास टीचर अभिषेक राय को जमानत मिलने से परिवार सदमे में है।

मृतक की मां ने दोनों आरोपियों के जमानत मिलने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अब तक जांच सही दिशा में चल रही थी। उन्होंने आजमगढ़ (Azamgarh News) एसपी अनुराग आर्य की तारीफ भी की। लेकिन 8 अगस्त को मामला अचानक आजमगढ़ से मऊ ट्रांसफर कर दिया गया। जिसके बाद गुरूवार 10 अगस्त को दोनों आरोपियों को एक ही दिन में जमानत दे दी जाती है। मृतक की मां ने कहा कि आखिर मामला मऊ ट्रांसफर होते ही आरोपियों को जमानत कैसे मिल गई।

सीएम योगी से लगाई न्याय की गुहार

मृतक छात्रा की मां दोनों आरोपियों प्रिंसिपल और क्लास टीचर को बेल मिलने पर मीडिया के सामने रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि एक तो हमने अपनी बेटी खो दी, ऊपर से तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। हमारी बेटी को बदनाम किया जा रहा है। हम योगी सरकार से न्याय की गुहार लगाएंगे। हमें उन्हीं पर भरोसा है, हमें बस न्याय चाहिए।

प्रिंसिपल सोनम मिश्रा की भूमिका संदिग्ध !

आजमगढ़ स्थित चिल्ड्रेन गर्ल्स कॉलेज की प्रिंसिपल सोनम मिश्रा श्रेया तिवारी सुसाइड केस को लेकर पीड़ित पक्ष के निशाने पर हैं। मृतक छात्रा के परिजनों ने उनपर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार की ही शिकायत पर उनके और क्लास टीचर अभिषेक राय पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। तीन अगस्त को दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। हालांकि, दोनों आरोपी खुद को बेगुनाह बता रहे हैं। लेकिन आजमगढ़ के एसपी अनुराग आर्य ने इस केस को लेकर जो कुछ खुलासे किए हैं, उससे आरोपी प्रिंसिपल सोनम मिश्रा की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।

आर्य ने बताया कि बेंजाडीन टेस्ट में पता चला कि छात्रा छत से जिस जगह पर गिरी थी, वहां पर खून गिरा था। इसे प्रिंसिपल ने पानी डालकर साफ कराया था। साफ है कि प्रिंसिपल ने सबूतों को नष्ट करने की कोशिश की। इसके साथ ही प्रिंसिपल और क्लास टीचर छात्रा के साथ पेशेवर तरीके से पेश नहीं आए। उसको मानसिक रूप से परेशान किया। इससे परेशान होकर छात्रा ने छत से छलांग लगा दी।

क्या हुआ था घटना वाले दिन ?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 31 जुलाई को आजमगढ़ स्थित चिल्ड्रेन गर्ल्स कॉलेज में 11 क्लास में पढ़ने वाली छात्रा श्रेया तिवारी के बैग में मोबाइल फोन मिला था। आरोप है कि इसी को लेकर प्रिंसिपल सोनम मिश्रा और क्लास टीचर अभिषेक राय उसके साथ बुरी तरह पेश आए। दोनों ने सबके सामने छात्रा को जमकर फटकार लगाई और उसे प्रिंसिपल के कमरे के बाहर खड़े रखा। लगभग सवा घंटे के टॉर्चर के बाद छात्रा ने स्कूल की तीसरी मंजिल से कूद कर जान दे दी।

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