Azamgarh News: खेत में मिला ट्रक ड्राइवर का शव, हत्या की आशंका

Azamgarh News: दीदारगंज थाना क्षेत्र के चितारामहमूदपुर गांव निवासी युवक घर से करीब 300 मीटर की दूरी पर सरसो के खेत में संदिग्ध परिस्थितियों में शव बरामद किया गया। उसका चेहरा खून से सना हुआ था।

Report :  Shravan Kumar
Update:2024-03-03 18:39 IST

Azamgarh News (Pic:Newstrack)

Azamgarh News: जनपद के दीदारगंज थाना क्षेत्र के चितारामहमूदपुर गांव निवासी युवक घर से करीब 300 मीटर की दूरी पर सरसो के खेत में संदिग्ध परिस्थितियों में शव बरामद किया गया। उसका चेहरा खून से सना हुआ था। शव के बगल में ही एक बड़ा लकड़ी का टुकड़ा पड़ा हुआ था। आशंका व्यक्त की जा रही है कि उसके चेहरे पर गंभीर वार कर उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

परिजनों में मचा कोहराम

जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के चितारामहमूदपुर गांव के बिछियापुर पुरवा निवासी वीरेंद्र यादव उर्फ बिंदु स्वर्गीय उदय राज यादव पेसे से ट्रक ड्राइवर था। 10 दिन पहले ट्रेलर चलाने के लिए घर से गया था, 2 मार्च की शाम करीब 7 बजे बालू लदा ट्रेलर लेकर वह सुरहन गांव में स्थित पेट्रोल पंप पर गाड़ी खड़ी करके खलासी को खाना लेने के लिए मार्टिनगंज बाजार में ढाबे पर गया, खाना खाने के बाद खलासी को ट्रेलर में सोने को कहकर अपने घर जाने की बात कहकर बिछियापुर के लिए रवाना हो गया। आज सुबह सरायमीर थाना क्षेत्र के नोनारी गांव निवासी ट्रेलर मालिक मोहम्मद सद्दाम वीरेंद्र यादव के घर पहुंच करके पूछा कि वीरेंद्र कहां है टेलर में बालू लदा है उसे खाली करना है, पेट्रोल पंप पर क्यों खड़ी है।

जांच में जुटी पुलिस

पत्नी ने बताया कि वह घर आए ही नहीं। परिजनों ने आशंका बस इधर-उधर खोजबीन शुरू की लेकिन आज दोपहर 12 बजे तक कुछ पता नहीं चल पाया। दोपहर में ही गांव की कुछ महिलाएं बनगांव माइनर से 100 मीटर दूरी पर अपना सरसों के खेत देखने के लिए गई थी। सरसों के खेत में ही मुंह के बगल लेटी हुई लाश देखकर शोर मचाया। ग्रामीणों ने जब जाकर के लाश को पलटा तो वह लाश वीरेंद्र यादव उर्फ बिंदु की के रूप में पहचान हुई। चेहरा खून से लथपथ था और बगल में ही एक लकड़ी का करीब 5 फुट मोटा डंडा पड़ा हुआ था।

सूचना पर मौके पर पहुंचे दीदारगंज थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने शव को कब्जे में लेकर के पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की जेब में मिले मोबाइल और पर्स भी अपने कब्जे में ले लिया। मृतक की पत्नी उषा का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के मां-बाप पहले ही मर चुके हैं, उसके पास कोई भाई नहीं था। मृतक के पास तीन बच्चे आदित्य, अंश और अभिनव नाबालिक बच्चे हैं वीरेंद्र ही अपने घर का रोजी-रोटी का सहारा था।

Tags:    

Similar News