अखिलेश से बबिता की फरियाद,कहा- सीएम के वायदे पूरे नहीं हो रहे
विगत 23-24 अप्रैल 2017 की रात्रि में प्रार्थिनी के परिवार में माता-पिता, दो नाबालिग बहनों की निर्मम हत्या दुष्कर्म के बाद कर दी गई थी। प्रार्थिनी बबिता साहू और उसका छोटा भाई उस दिन घर से बाहर अन्यत्र रहने के कारण बच गए थे।
लखनऊ: इलाहाबाद के थाना नवाबगंज अंतर्गत ग्राम जूडापुर में एक दम्पत्ति (माता-पिता) के साथ दो सगी नाबालिग बहनों से दुष्कर्म के साथ शव शत-विक्षत किए जाने के लोमहर्षक काण्ड से बची बेटी बबिता साहू और भाई ने भी अखिलेश यादव से मुलाकात कर उनके परिवार को अभियुक्तों द्वारा दी जा रही धमकियों और मुख्यमंत्री के आश्वासनों को पूरा नहीं किए जाने की शिकायत की।
विगत 23-24 अप्रैल 2017 की रात्रि में प्रार्थिनी के परिवार में माता-पिता, दो नाबालिग बहनों की निर्मम हत्या दुष्कर्म के बाद कर दी गई थी। प्रार्थिनी बबिता साहू और उसका छोटा भाई उस दिन घर से बाहर अन्यत्र रहने के कारण बच गए थे।
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निर्णायक साबित होंगे 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव लोकतंत्र के लिए निर्णायक साबित होंगे। श्री यादव से आज सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भेंट की। अखिलेश यादव ने कहा कि जनता संकटों में घिरती जा रही हैं। देश में आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। बेरोजगारी से नौजवानों का भविष्य समाप्तप्राय है। किसान की बदहाली में ही गुजर-बसर हो रही है।
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सपा नेता ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। अपराधी निरंकुश हो गए हैं। अपहरण-बलात्कार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। बच्चियों और छात्राओं तक का मान सम्मान नहीं बचा है। जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। मुख्यमंत्री फर्जी आंकड़े गढ़कर उपलब्धियों की थोथी वाहवाही बटोर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों को हर तरफ हरा-हरा ही दिख रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सम्भल, मुरादाबाद सहित पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी ओलावृष्टि हुई है जो किसानों के लिए बहुत घातक सिद्ध होगा। किसान के इस दर्द को समझने की फुर्सत और चिंता भाजपा सरकार को नहीं है क्योंकि उसकी निगाह तो कारपोरेट घराने के मुनाफे लगी है।