शामली: कांवड़ यात्रा के चलते शामली जिले को अतिसवेंदनशील जनपद में रखा गया है। बावजूद इसके शामली जिला प्रशासन को इसकी बिलकुल भी फिक्र नहीं है। कांवड़ मार्ग पर सुरक्षा की दृष्टि से कहीं पर भी सीसीटीवी कैमरा नहीं है और जहां है भी वह बंद पड़े हुए हैं।
बता दें, कि साल 2013 में शामली और मुजफ्फरनगर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद शामली को सुरक्षा की दृष्टि से कांवड़ यात्रा के दौरान अति सवेंदनशील जिले में रखा गया है।
सुरक्षा का बुरा हाल
-शामली जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र में शिव चौक, आजाद चौक, फवारा चौक, अजंता चौक इन चार पॉइंटो को सवेंदनशील बताया गया है।
-इन चारों जगह पर जिला प्रशाशन की तरफ से कोई भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया है।
-कैराना कोतवाली में पांच पाइंटो को सवेंदनशील बताया गया है।
-वहां पर भी कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है।
-इतना ही नहीं जिले में कहीं भी कोई खोया पाया केंद्र भी नहीं बनाया गया है।
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दावे हकीकत से कोसों दूर
-4 दिन पहले कांवड़ मार्ग का इंस्पेक्शन करने आए आईजी मेरठ जोन सुजीत कुमार पांडेय शामली पहुंचे थे।
-कांवड़ मार्ग पर सभी सुविधाओ को उपलब्ध करने और काँवड़ मार्ग पर सुरक्षा की दृष्टि से पूर्ण व्यवस्था करने की बात कही थी।
-पुलिस अधिकारियो का कहना की सुरक्षा चाक चौबंद है और हर पॉइंट पर फोर्स तैनात है।
-कांवड़ यात्रा के दौरान जो डिवाइडर लगाए जाते हैं वो भी लगाए गए है, लेकिन जो हकीकत है वो इस से कोसों दूर है।