Balrampur: तराई के बाहुबली रिजवान जहीर को अभी नहीं मिल पाएगी रिहाई, दो और केस में लेनी होगी जमानत

Balrampur News: दोनों मुकदमों की जमानत याचिका जिले के विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट से खारिज हो चुकी है।

Update:2024-03-21 11:57 IST

तराई के बाहुबली रिजवान जहीर को अभी नहीं मिल पाएगी रिहाई   (फोटो: सोशल मीडिया )

Balrampur News: बलरामपुर जिले के तुलसीपुर के पूर्व चेयरमैन फिरोज खान उर्फ पप्पू की हत्या में मामले में तराई के बाहुबली व पूर्व सांसद रिजवान जहीर को जमानत मिल गई है। बावजूद पूर्व सांसद रिजवान जहीर की जेल से रिहाई संभव नहीं है। उन्हें ललितपुर जेल से बाहर आने के लिए अभी गैंगेस्टर एक्ट व जानलेवा हमले के मामले में भी जमानत चाहिए। फिलहाल दोनों मुकदमों की जमानत याचिका जिले के विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट से खारिज हो चुकी है। बताया जा रहा है कि हत्या में जमानत मिलने के बाद अब हाईकोर्ट से दोनों मुकदमों में जमानत के लिए पूर्व सांसद याचिका दाखिल कर सकते हैं।

बता दें कि चार जनवरी 2022 को तुलसीपुर में पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू की हत्या के मामले में पूर्व सांसद रिजवान जहीर समेत उनके परिवार के छह लोग आरोपी थे। इसमें उनकी बेटी जेबा व दामाद रमीज भी आरोपी बनाए गए थे। जिला प्रशासन ने उस समय गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई कर एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले में पूर्व सांसद की बेटी व दामाद के साथ पांचों आरोपियों की जमानत पहले ही हो चुकी है। परन्तु अभी पूर्व सांसद की गैंगेस्टर एक्ट में जमानत होनी बाकी है। इसी तरह उनके उपर तुलसीपुर के पूर्व विधायक मसूद खां के भाई महबूब खां ने जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में भी रिजवान जहीर को अभी जमानत नहीं मिली है। बताया जाता है कि पूर्व सांसद अपनी बेटी जेबा रिजवान को सियासी मैदान में उतारने की जुगत लगाये है। किन्तु मुकाम मिलना आसान नहीं होगा । क्योंकि अभी तक सभी दलों ने दागी छवि वालों से देवी पाटन मंडल में दुरी बनाकर रखी है। हालांकि बलरामपुर जनपद में मुस्लिम मतदाता 37 फीसदी के आसपास है। इसी मद्देनजर पूर्व सांसद रिजवान जहीर गैसड़ी विधानसभा उपचुनाव में बेटी को उतारना चाहते हैं और इसके लिए वह जेल से बाहर आना चाहते हैं।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 व 2022 में रिजवान जहीर अपनी बेटी जेबा रिजवान को चुनाव लड़ा चुके हैं। 2022 में जेबा रिजवान तुलसीपुर विधानसभा से निर्दलीय लड़ीं लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेता कैलाश नाथ शुक्ला से उन्हें शिकस्त खानी पड़ी। मालूम हो कि जिले की चार विधानसभाओं में से गैसड़ी विधानसभा में इसी लोकसभा के साथ उपचुनाव होना है। क्योंकि गैसड़ी से सपा के विधायक एसपी यादव की कुछ दिन पहले मौत हो चुकी है। इसी कारण लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण में गैसड़ी विधानसभा का भी उपचुनाव हो रहा है। और रिजवान जहीर पूर्व में बसपा से बलरामपुर लोकसभा के सांसद रह चुके हैं।

चुनावी रंजिश में हुई थी पूर्व चेयरमैन की हत्या

जिले की पुलिस का दावा है कि पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष तुलसीपुर फिरोज पप्पू की हत्या राजनीतिक कारणों से हुई थी। पूर्व चेयरमैन ने समाजवादी पार्टी से तुलसीपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी की थी। वहीं पूर्व सांसद रिजवान जहीर भी अपनी बेटी जेबा रिजवान के लिए टिकट की मांग कर रहे थे। दोनों में राजनीतिक रसूख को लेकर अदावत की शुरुआत तो बहुत पहले ही हो चुकी थी, लेकिन इस बार अदावत इतनी बढ़ी कि हत्या तक की नौबत पहुंच गई। पुलिस ने इन तथ्यों को शामिल कर पूर्व सांसद के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में दाखिल की थी।

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