आगरा: विदेश से ताजमहल भ्रमण करने आए पांच सदस्यीय एक दल ने ताज की सुरक्षा में सेंध लगा दी। इस दल के सदस्यों ने चीनी भाषा में लिखे एक बैनर को लेकर ताज के सामने फोटोग्राफी की और वीडियो बनवाया। ताज में किसी भी तरह का विज्ञापन या प्रदर्शन प्रतिबंधित है। इसकी भनक लगते ही एएसआई के अधिकारी हरकत में आ गये। उन्होंने मौके पर जाकर बैनर को जब्त कर लिया। प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है।
ये है पूरा मामला
ताजमहल पर रविवार को पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो जाता है। सुबह से ही देसी विदेशी पर्यटकों की भीड़ बढ़ गई थी। दिन में करीब सात बजे चार चीन के पर्यटकों के साथ एक भारतीय युवती ने ताज में प्रवेश किया। उनके बैग में कपड़े का बैनर था। उन्होंने ताजमहल के सामने इस बैनर को लगाकर फोटोग्राफी करवाई। इसके बाद दल के ही एक युवक ने मोबाइल से वीडियोग्राफी भी की। लाल बैनर पर चाइनीज भाषा में कुछ लिखा हुआ था। उन्होंने रॉयल गेट के पास भी कुछ फोटो खिंचवा डाले। इसी दरम्यान सीआईएसएफ और एएसआई के कर्मचारियों की नजर पड़ी। उन्होंने दल के सदस्यों से बैनर लेकर जब्त कर लिया। एएसआई कर्मियों का कहना है कि दल के सदस्यों को यह नहीं मालूम था कि ताज पर किसी तरह का विज्ञापन नहीं किया जा सकता है।
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बैनर जब्त, जांच शुरू
इस संबंध में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों का कहना है कि एक ग्रुप ने बैनर के साथ फोटो खिंचवाए थे। बैनर अंदर तक कैसे पहुंचा, इसकी जांच करवाई जा रही है। बैनर को भी जब्त कर लिया गया था। दिल्ली स्थित मुख्यालय को भी इस बाबत जानकारी दी गई है।
ताज की सुरक्षा में लगाई सेंध
ताजमहल में अब पूर्वी और पश्चिमी गेटों से ही पर्यटकों को प्रवेश दिया जाता है। दक्षिणी गेट बंद करने के बाद स्टाफ की किल्लत भी नहीं है। गेट पर सीआईएसएफ के जवान और महिला आरक्षी भी बैग और अन्य सामान को चेक करते हैं। ताज के अंदर किसी भी तरह का बैनर, कपड़ा या खाद्य सामग्री भी नहीं ले सकते हैं। सवाल उठता है कि इतना बड़ा बैनर ताज के भीतर तक कैसे पहुंच गया। इसे सुरक्षा में सेंध के रूप में देखा जा रहा है। इसके पहले सीआईएसएफ के जवान रामनामी दुपट्टा तक अंदर ले जाने पर एतराज जता चुके हैं। उन्होंने दुपट्टे तक उतरवा दिए थे।
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