फास्टटैग की अनिवार्यता के लिए सरकार सख्त, वाहनों को देना होगा दूगना टैक्स

बाराबंकी जनपद का यह शहावपुर टोलप्लाज़ा है । यह मार्ग राजधानी लखनऊ से गोंडा ,बहराइच और श्रावस्ती जनपद को जोड़ता है जिससे इसे बुद्धा मार्ग भी कहा जाता है।

Update: 2021-02-15 08:48 GMT
फास्टटैग की अनिवार्यता के लिए सरकार सख्त, वाहनों को देना होगा दूगना टैक्स (PC: social media)

बाराबंकी: फास्टटैग लगवाने के लिए सरकार वाहन मालिकों से लगभग एक साल से अनुरोध कर रही है मगर इतना समय बीतने के बाद भी बिना फास्टटैग वाले वाहनों की लम्बी फेहरिस्त है। फास्टटैग को अनिवार्य करने के लिए सरकार ने आज से सभी टोलप्लाज़ा पर कैश की व्यवस्था समाप्त कर दी है और इसके लिए आर्थिक दण्ड का भी प्रावधान किया है ताकि लोग फास्टटैग बनवाने के प्रति गम्भीरता से विचार करें।

ये भी पढ़ें:ठीक होने के बाद यहां 6 लोगों ने तीन बार कराया कोरोना टेस्ट, रिपोर्ट देख डॉक्टर हैरान

बाराबंकी जनपद का यह शहावपुर टोलप्लाज़ा है

बाराबंकी जनपद का यह शहावपुर टोलप्लाज़ा है। यह मार्ग राजधानी लखनऊ से गोंडा ,बहराइच और श्रावस्ती जनपद को जोड़ता है जिससे इसे बुद्धा मार्ग भी कहा जाता है। प्रतिदिन यहाँ से हजारों वाहनो का आवागमन होता है । टोल कर्मियों की अगर माने तो लगभग 35 प्रतिशत वाहन जिन पर फास्टटैग नही है वह कैश लेन से गुजरते है लेकिन आज रात से बिना फास्टटैग के ऐसे वाहनो का गुजरना बन्द हो जाएगा क्योंकि कैश लेन की व्यवस्था ही समाप्त कर दी गयी है अगर कोई बिना फास्टटैग के आता है तो उसे दोगुना टैक्स देना होगा ।

फास्टटैग का क्या काम

टोलप्लाज़ा से गुजर रहे वाहन मालिकों से जब इस सम्बन्ध में हमने बात की तो उनके अन्दर भ्रम की स्थिति देखने को मिली उनका कहना था कि 6 माह में एक बार गुजरना है तो फास्टटैग का क्या काम । इससे यह स्पष्ट होता है कि वाहन मालिकों के अन्दर यह भ्रम है कि फास्टटैग एक निश्चित समयावधि के लिए ही है जबकि कुछ वाहन मालिकों ने फास्टटैग जल्द बनवाने की बात कही ।

ये भी पढ़ें:MP: पूर्व BJP MLA 14 दिन के लिए भेजे गए जेल, वैलेंटाइन डे पर रेस्त्रां में की थी तोड़फोड़

फास्टटैग के वाहन मालिकों को दून टैक्स देना होगा

इस सम्बन्ध में जब टोलप्लाज़ा के मैनेजर मेजर संजय सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि आज रात से कैश लेन की व्यवस्था खत्म हो रही है और बिना फास्टटैग के वाहन मालिकों को दून टैक्स देना होगा । यह कदम सरकार ने लोगों को डिजिटल पेमेन्ट के बारे में जागरूक करने के लिए किया है अभी यहाँ से गुजरने वाले वाहनों की बात की जाए तो बिना फास्टटैग के 35 प्रतिशत वाहन कैश लेन से गुजरते है अब उन्हें भी फास्टटैग लेना ही होगा। टोलकर्मी अमरेन्द्र यादव ने बताया कि वाहन मालिकों के यह सोचना गलत है कि फास्टटैग का कैश एक समय के बाद समाप्त हो जाएगा। वाहन 6 माह में गुजरे या फिर साल भर में उसका कैश फास्टटैग में समाप्त नही होगा । यह सारी व्यवस्था वाहन मालिकों की सुविधा के लिए ही है ।

रिपोर्ट- सरफराज़ वारसी

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News