चिता से उतारा शव: हत्या को ऐसे छिपा रहे थे आरोपी, पुलिस ने खोल दी पोल

यह खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है। जिसके बाद मृतक के भाई की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की थी।

Update: 2020-09-26 16:10 GMT
। यह खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है। जिसके बाद मृतक के भाई की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की थी।

बाराबंकी: जिले में हत्याकांड का खुलासा किया है, उसके लिए पूरी तरह से ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री बन चुकी था। इस केस को यह साबित करने में लगभग कामयाब हो चुके थे कि युवक की मौत सांप काटने के चलते हुई है। हत्यारे उसका अंतिम संस्कार करने के लिए शव को चिता पर रखकर आग लगाने वाले ही थे कि तभी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। बस यहीं से यह केस पल्टा और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। एक-एक कर मामले की परतें खुलने लगीं और हत्याकांड का सारा राज सामने आ गया। जिसमें पता चला की युवक की मौत सांप चाटने से नहीं बल्कि अवैध संबंधों के चलते हुई थी।

हत्याकांड का यह पूरा मामला हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के बहलीमपुर गांव का है। जहां रामू नाम के एक युवक की गला दबाकर हत्या की गई थी। यह खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है। जिसके बाद मृतक के भाई की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की थी।

 

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हत्याकांड के आरोपी

बता दें कि इस हत्याकांड के आरोपी युवक का शव मिलने पर उसकी मौत का कारण सर्पदंश बता रहे थे। जबकि उसकी हत्या की गई थी और पूरा मामला अवैध संबंधों का था। दरअसल विजेंद्र शुक्ला नाम के गांव के प्रधान के भाई की पत्नी का अवैध संबंध मृतक रामू से हो गया था। जिसकी खबल लगते ही प्रधान मे युवक की मौत की साजिश रच डाली। एक दिन उन्होंने रामू को घर बुलाया और साजिश के तहत प्रधान और तीन लोगों ने मिलकर उसकी हत्या कर डाली। हत्या करने के बाद रामू के शव को ऐसी जगह फेंका जहां गांव वालों की मान्यता थी वहां एक सांप मरा था इसलिए इसकी नागिन वहां जाने वाले को डस लेगी। इसी बात का फायदा हत्यारों ने उठाया। लेकिन हत्यारे पुलिस के शिकंजे से बच न सके।

 

 

संदिग्ध अवस्था में मृत्यु

वारदात का खुलासा करते हुए बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि बीती 14 सितंबर को एक सूचना मिली थी कि हैदरगढ़ कोतवाली के अंतर्गत बहलीमपुर गांव में अस्थाई रूप से निवास करने वाले रामू नाम क एक शख्स की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई थी और उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा था। गांव वालों की सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पुलिस पहुंची और चिता पर रखे जा चुके शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवक की हत्या का मामला निकलकर सामने आया। जिसे छिपाने के लिए वहां लोग जल्दबाजी में शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे।

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सख्ती से पूछताछ

जिसके बाद पुलिस टीम ने सख्ती से पूछताछ और मामले की छानबीन की। जिसके बाद खुलासा हुआ । गांव के प्रधान विजेंद्र शुक्ला का एक भाई लखनऊ में रहता है। जिसकी पत्नी के मृतक रामू के संबंध हो गए थे। जिसके चलते प्रधान परिवार ने इसकी हत्या कर दी और उसके शव को ऐसी जगह पर डाला गया, जहां ग्रामीणों की मान्यता थी कुछ दिन पहले वहां एक सांप मरा था, गांव की इसी मान्यता का फायदा उठाकर मृतक के शव को वहां डाल दिया। एसपी ने बताया कि खुलासा करने वाले टीम को 10 हजार रुपये का नकद ईनाम दिया जा रहा

 

रिपोर्टर- सरफराज वारसी

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