Barabanki News: व्यापारी ने खाकी पर लगाए आरोप, कोतवाल ने बिना बात के बेल्ट-बूट और पट्टों से पीटा, अधमरा करके लॉकअप में किया बंद

Barabanki News: एसपी से की कोतवाल की शिकायत, नहीं हुई कोई सुनवाई तो एडीजी जोन लखनऊ के पास इंसाफ मांगने के लिए पहुंचे। बोले अगर यहां से भी नहीं मिला इंसाफ तो सीएम योगी के पास जाकर लगाएंगे इंसाफ की गुहार।

Report :  Sarfaraz Warsi
Update:2023-10-07 18:05 IST

व्यापारी कोतवाल पर बिना बात के बेल्ट-बूट और पट्टों से पीटने का लगाया आरोप, अधमरा करके लॉकअप में किया बंद: Photo-Newstrack

Barabanki News: यूपी के बाराबंकी जिले में खाकी वर्दी पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। यहां एक व्यापारी ने आरोप लगाया कि दो सिपाहियों के साथ मिलकर कोतवाल ने उसे बेल्ट-बूट, लात, घूसों और पट्टों से जमकर पीटा। वह लोग उसे तब तक पीटते रहे, जब तक वह अधमरा नहीं हो गया। उसके बाद कोतवाल ने उसे लॉकअप में बंद कर दिया। व्यापारी ने बताया कि उसकी गाड़ी में दूसरी ने टक्कर मार दी थी। जिसके बाद उनका दूसरी गाड़ी चला रहे लोगों से विवाद हो गया था। उसी के बाद कोतवाल उसे अपनी गाड़ी में बिठाकर कोतवाली ले आए और अपने चैंबर में उसके साथ मारपीट की। पीड़ित के मुताबिक उन्होंने बाराबंकी के एसपी से इंसाफ की गुहार लगाई थी। लेकिन जब कोतवाल के खिलाफ एसपी ने करवाई नहीं की, तब वह एडीजी जोन लखनऊ के पास इंसाफ मांगने के लिए पहुंचे। अगर उन्हें वहां से भी इंसाफ नहीं मिला तो वह सीएम योगी आदित्यनाथ के पास जाकर इंसाफ की गुहार लगाएंगे।

यह पूरा मामला बाराबंकी के हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र में स्थित गोयल ऑटो एजेंसी के मालिक यश गोयल से जुड़ा हुआ है। यश गोयल के मुताबिक बीती 28 सितंबर को सुबेहा मोड़ पर उनकी कार में एक दूसरी कार ने टक्कर मार दी थी। जिसके बाद दूसरी कार पर सवार नीलम नाम की महिला और उसके पति अमरजीत से उनकी कहासुनी और मामूली विवाद हो गया था।

सिपाहियों चैंबर में घसीटकर पीटा

हालांकि बाद में दोनों ने बीच सुलह-समझौता भी हो गया था। लेकिन फिर भी मौके पर पहुंचे कोतवाल लाल चंद्र सरोज उसे अपने गाड़ी में बिठाकर हैदरगढ़ कोतवाली ले आए। उसके बाद दो सिपाहियों के साथ मिलकर उसे अपने चैंबर में घसीटकर ले गए। वहां कोतवाल ने दो सिपाहियों के साथ मिलकर उसे बेल्ट-बूट, लात, घूसों और पट्टों से जमकर पीटा। वह लोग उसे तब तक पीटते रहे, जबतक वह अधमरा नहीं हो गया। उसके बाद कोतवाल ने उसे लॉकअप में बंद कर दिया। जबकि वह कोतवाल के सामने लगातार हाथ जोड़ता रहा और छोड़ने की अपील करता था।


वहीं पीड़ित यश गोयल के पिता संजीव गोयल ने बताया कि जब यह घटना हुई थी, वह उस समय कहीं बाहर गए हुए थे। लेकिन जब उन्हें इस घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने अपने दो रिश्तेदारों को कोतवाली भेजा। जब मेरे रिश्तेदार कोतवाली पहुंचे तो उन लोगों ने सुना की यश गोयल दर्द से चिल्ला रहा है। यश को कोतवाल लाल चंद्र सरोज सिपाहियों के साथ मिलकर मारपीट रहे थे। मेरे रिश्तेदारों ने कोतवाल से यश को छोड़ने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने उसे नहीं छोड़ा। बाद में जब यश को पीटकर कोतवाल का मन भर गया तो उन्होंने उसे लॉकअप में बंद कर दिया। उसके बाद कोतवाल ने यश का धारा 151 और 107/16 में चालान कर दिया। साथ ही कोतवाल ने धारा 323 और 523 का मुकदमा भी यश के खिलाफ लिख दिया।

अब तक कोई कार्रवाई नही की गई

संजीव गोयल के मुताबिक उन्होंने कोतवाल लाल चंद्र सरोज की शिकायत सीओ हैदरगढ़ और बाराबंकी पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह से भी की। पुलिस अधीक्षक ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह अपर पुलिस अधीक्षक डा. अखिलेश नारायण सिंह की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर पूरे मामले की जांच कराएंगे। उसके बाद कार्रवाई करेंगे। बाद में अपर पुलिस अधीक्षक ने उन्हें बुलाया और उनके बयान भी दर्ज कराए, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नही की गई। इसीलिए उन्होंने अब एडीजी जोन लखनऊ से शिकायत की है। संजीव गोयल ने बताया कि एडीजी जोन लखनऊ ने उन्हें कार्रवाई करने और इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया है। ऐसे में अगर उन्हें वहां से भी इंसाफ नहीं मिला तो वह सीएम योगी आदित्यनाथ के पास जाकर इंसाफ की गुहार लगाएंगे।

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