Barabanki News: यादव-मुस्लिम अधिकारियों को हटाने के आरोपों पर सांसद तनुज पुनिया बोले- सीएम का अफसरों पर भरोसा न होना दुर्भाग्यपूर्ण
Barabanki News: तनुज पुनिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से समाज का बंटवारा करके राजनीति करने की नीति रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अगर अपने ही अफसरों पर भरोसा नहीं है तो यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
Barabanki News: उत्तर प्रदेश में अगले कुछ महीने के दौरान राज्य की दस सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इससे पहले राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर अखिलेश यादव ने एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से योगी सरकार पर उपचुनाव वाले जिलों में यादव और मुस्लिम अधिकारियों को हटाने का आरोप लगाया है। इन आरोपों को लेकर बाराबंकी से लोकसभा सांसद तनुज पुनिया ने भी भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से समाज का बंटवारा करके राजनीति करने की नीति रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अगर अपने ही अफसरों पर भरोसा नहीं है तो यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि भाजपा जिस तरह से समाज में जहर घोलने का काम करती है, वह हमारे देश के लिये बहुत ही गलत है। अभी उपचुनाव है, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अफसरों का बदलाव कर देंगे। लेकिन 2027 में जब पूरे उत्तर प्रदेश में विधान चुनाव होंगे, तब वह कैसे अफसरों को बदलेंगे। तनुज पुनिया ने कहा कि जब जनता बदलाव का अपना मन बना लेती है, तो वह जाति और धर्म नहीं देखती। आम आदमी को रोजगार, किसानों को फसलों के अच्छे दाम और वंचित वर्ग को न्याय चाहिये। इन्हीं मुद्दों पर यूपी की जनता अपनी सरकार चुनेगी। अफसरों की जाति से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। जनता का मन भाजपा से हट चुका है। आने वाले समय में योगी की सरकार भी जाने वाली है।
वहीं सदन में वित्त विधेयक पर चर्चा करते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिंथेटिक मेंथा और नेचुरल मेंथा के एचएसएन कोड को बदलने का आश्वासन दिया। केन्द्रीय मंत्री ने विधेयक पर चर्चा करते हुए कहा कि बाराबंकी सांसद तनुज पुनिया ने नेचुरल मेंथा पर सिंथेटिक मेंथा की तरह 12 प्रतिशत जीएसटी लागू होने का भी मुद्दा उठाया था। उन्होंने उस पर कहा कि एचएसएन कोड अलग करके जीएसटी कौंसिल की बैठक में चर्चा की जाएगी। सदन खत्म होने के बाद बाराबंकी पहुंचे तनुज पुनिया ने कहा कि मेंथा के दामों की समस्या को लेकर बाराबंकी के किसानों का बहुत लंबा सफर रहा है। मेंथा के दामों में बढ़ोत्तरी न होने के चलते किसान काफी परेशान थे। किसानों की आवाज को हमने संसद में रखा और वित्त मंत्री ने हमारी मांग मानी व कार्रवाई की। यह बाराबंकी के किसानों की बड़ी जीत है।