Barabanki News: खूंखार बंदर के आतंक से क्षेत्र की जनता हुई त्रस्त,दो दर्जन बच्चों को काटकर किया घायल
Barabanki News: स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बंदरों के आतंक की सूचना क्षेत्रीय वन विभाग के अधिकारियों को दी जा रही है लेकिन अभी तक खूंखार बंदरों को पकड़ नहीं गया है जिसकी वजह से बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है ।
Barabanki News: बाराबंकी जिले में बंदर का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है लगातार बंदरों के हमले से बच्चे घायल हो रहे हैं वन विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते बंदरों का आतंक क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा है जिसके चलते बच्चों ने स्कूल जाना भी बंद कर दिया है आपको बता दें कि बंदरों के आतंक से लगभग दो दर्जन बच्चे अब तक घायल हो चुके हैं लेकिन वन विभाग के अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है लगातार स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बंदरों के आतंक की सूचना क्षेत्रीय वन विभाग के अधिकारियों को दी जा रही है लेकिन अभी तक खूंखार बंदरों को पकड़ नहीं गया है जिसकी वजह से बच्चों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है ।
आपको बताने की पूरा मामला जनपद बाराबंकी के हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत लिलहोरा वार्ड का पूरा मामला है जहां पर लगातार पिछले कुछ दिनों से बंदर के दहशत से आम जनता परेशान है लगातार बंदर के द्वारा ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है ग्रामीणों की जानकारी के मुताबिक अब तक लगभग दो दर्जन से अधिक पशुओं को बंदर ने काटकर घायल कर दिया है ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद भी वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के अनदेखी के चलते लगातार खूंखार बंदर का आतंक क्षेत्र में बना हुआ है वही आपको बता दें कि क्षेत्र की सभासद सुशील रावत ने क्षेत्र के वन रंजन हैदरगढ़ से खूंखार बंदर के आतंक को लेकर के बंदर को पकड़वाने की बात को लेकर शिकायत की थी तो वन रंजन ने सभासद से चंदा लगाकर बंदर पकड़वाने की बात की है जबकि आपको बता दें कि वन विभाग की जिम्मेदारी होती है।
कि कोई भी वन्य जीव यदि क्षेत्र में दहशत का पर्याय बन रहा है तो उसको पकड़ कर सुरक्षित जंगल में छोड़ने का कार्बन विभाग का होता है उसके बावजूद भी वन विभाग की जिम्मेदारी अपना पल्ला झाड़ रहे हैं और लापरवाही बरस रहे जिसकी वजह से क्षेत्र में बंदर का आतंक लगातार बरकरार है स्कूल के बच्चों ने बंदर के आतंक के चलते स्कूल जाना छोड़ दिया है लोग अपने घरों में डूबते हुए हैं क्योंकि लगातार एक खूंखार बंदर बच्चों पर हमला कर रहा है और उन्हें घायल कर रहा है लेकिन जिम्मेदार वन विभाग के अधिकारियों की उसकी कोई परवाह नहीं है ।