Barabanki News: चिल्लाता रहा! रुक रही मेरी सांस, जिला अस्पताल की लापरवाही बन गई जानलेवा
Barabanki News Today: युवक बाराबंकी में देवा थाना क्षेत्र के चंदौली गांव का निवासी युवक रणविजय सिंह था। जिसके सीने में आज सुबह करीब 11 बजे काफी तेज दर्द उठा।
Barabanki News Today: बाराबंकी जिला अस्पताल में बीते करीब दो सालों से हार्ट का कोई डाक्टर नहीं है। यहां तक कि दिल की जांच करने वाली मशीन भी कमरे में सालों से बंद धूल खा रही है। ऐसे में यहां पहुंचने वाले हार्ट पेशेंट की जान जा रही है। ऐसा ही एक मामला आज सामने आया। जिसमें एक युवक जिला अस्पताल पहुंचा और इलाज के लिए हार्ट का डाक्टर न होने के चलते उसने देखते ही देखते दम तोड़ दिया।
युवक बाराबंकी में देवा थाना क्षेत्र के चंदौली गांव का निवासी युवक रणविजय सिंह था। जिसके सीने में आज सुबह करीब 11 बजे काफी तेज दर्द उठा। परिजन उसे लेकर आनन फानन में जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन यहां एक स्ट्रेचर मिला, जिसके पहिए भी चल नहीं रहे थे। मजबूरी में परिजनों ने उसे अपने हाथों से उठाया और अस्पताल के अंदर लेकर पहुंचे लेकिन यहां हार्ट का कोई डाक्टर ही नहीं था। चश्मदीदों के मुताबिक युवक चिल्ला रहा था कि सीने में तेज दर्द हो रहा है। सांस रुक रही है। बचा लीजिए।
जिला अस्पताल में ट्रेनी के रूप में काम करने वाले डाक्टर ने उसे ऑक्सीजन देकर सीने पर धक्का मारना शुरू किया। युवक चिल्लाता रहा और कुछ देर बाद उसकी सांसें टूट गईं। जिसके बाद उसके नन्हे मुन्ने बच्चे और पत्नी बिलख पड़ी। आपको बता दें कि जिला अस्पताल का दो बार डिप्टी सीएम बृजेश पाठक दौरा कर चुके हैं और यहां उन्हें बताया गया कि हृदय रोग का डॉक्टर ना होने से हालत गंभीर है। लेकिन फिर भी हालत नहीं सुधरे और कोई डाक्टर यहां नियुक्त नहीं हुआ। सीएमएस के मुताबिक हार्ट के दफ्तर की जरूरत है। उन्होंने बताया कि हार्ट के डाक्टर होते तो शायद मरीज की जान बच जाती।