Barabanki News: लोधेश्वर महादेवा के गर्भगृह में जलभराव, घुटनों तक भरे गंदे पानी के बीच श्रद्धालु करते रहे जलाभिषेक
Barabanki News: रामनगर तहसील क्षेत्र में स्थित सुप्रसिद्ध श्री लोधेश्वर महादेवा मंदिर के गर्भगृह में भी बारिश का पानी घुस गया। वहीं सावन के महीने में मंदिर पहुंच रहे श्रद्धालुओं ने गर्भगृह में गंदा पानी देखकर काफी हैरानी भी जताई।
Barabanki News: बाराबंकी जिले में बीते करीब 24 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश से चारों और त्राहिमाम मचा हुआ है। बारिश के चलते नदी, नाला और लाताब सभी उफान पर हैं। इसी बीच रामनगर तहसील क्षेत्र में स्थित सुप्रसिद्ध श्री लोधेश्वर महादेवा मंदिर के गर्भगृह में भी बारिश का पानी घुस गया। वहीं सावन के महीने में मंदिर पहुंच रहे श्रद्धालुओं ने गर्भगृह में गंदा पानी देखकर काफी हैरानी भी जताई।
आपको बता दें कि सावन के महीने में महादेवा में लाखों श्रद्धालु जलाभिषेक के लिये आते हैं। जिला प्रशासन ने साफ-सफाई व्यवस्था के बड़े-बड़े दावे किये थे। लेकिन सभी दावों की पोल बारिश ने खोल कर रख दी। स्थानीय लोगों ने बताया कि कुंड से जलाभिषेक का जो जल मंदिर से बाहर जाता है। बारिश में उसका रास्ता जाम होने के चलते पानी वापस मंदिर के गर्भगृह में भर गया। भारी बरसात के बीच सुबह तड़के जब श्रद्धालु श्रीलोधेश्वर महादेवा मंदिर के गर्भगृह में जल चढ़ाने मंदिर पहुंचे तो वहां उनके घुटनों तक बरसाती गंदा पानी भरा हुआ था। पूरे दिन मंदिर के गर्भगृह में इसी गंदे पानी के बीच श्रद्धालु लोधेश्वर महादेवा में जलाभिषेक और पूजा अर्चना करते रहे, लेकिन किसी ने इसकी सुध नहीं ली।
बैक फ्लो की वजह से अंदर भरा पानी
जब मंदिर गर्भगृह में भरे बरसात के गंदे पानी के बीच श्रृद्धालुओं की पूजा-अर्चना की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगा तब जाकर प्रशासन की आंखें खुलीं। रामनगर एसडीएम अनुराग सिंह इस मामले में सफाई दी कि बारिश का पानी बैक फ्लो की वजह से अंदर भर गया था। जिसे बाहर निकलवाया गया है।
वहीं मंदिर के रिसीवर हरी प्रसाद द्विवेदी और पुजारी आदित्य महाराज ने बताया कि लोधेश्वर महादेवा मंदिर परिसर के आसपास अतिक्रमण और जल निकासी को कोई व्यवस्था न होने के चलते ऐसा हुआ है। स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि शिवलिंग के जलाभिषेक का जल जिस तालाब में जाता है, उस तालाब पर अवैध रूप से कांप्लेक्स बना दिया गया है। जहां पर शौचालय निर्माण भी करा दिया गया है।
इसी वजह से बारिश का पानी मंदिर में वापस आ जाता है। वहीं रामनगर एसडीएम अनुराग सिंह ने बताया कि मंदिर के गर्भगृह से पानी निकलवा दिया गया है। अब स्थति सामान्य है। कर्मचारियों को सफाई कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे भविष्य में ऐसी कोई दिक्कत न आये।