काली तुरई की सब्जी खाने से परिवार के चार सदस्य बीमार, एक युवक की मौत

Bareilly News: थाना शेरगढ़ क्षेत्र के गांव प्रहलादपुर में खाना खाकर एक ही परिवार के चार लोग बीमार हो गए। इसमें इलाज के दौरान एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।

Report :  Sunny Goswami
Update:2024-08-17 16:12 IST

काली तुरई की सब्जी खाने से परिवार के चार सदस्य बीमार (न्यूजट्रैक)

Bareilly News: जिले के थाना शेरगढ़ क्षेत्र के गांव प्रहलादपुर में खाना खाकर एक ही परिवार के चार लोग बीमार हो गए। इसमें इलाज के दौरान एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। बाकी सदस्यों का मेडिकल कॉलेज में इलाज कर रहा है। वहां हालात चिंताजनक बनी हुई है। वही परिवार की एक लड़की ने शाम को खाना नहीं खाया था। इसके कारण वह बीमार होने से बच गई। थाना क्षेत्र के गांव प्रहलादपुर निवासी मेवाराम के घर 14 अगस्त शाम काली तुरई की सब्जी बनी थी। इसे परिवार के मेवाराम, उनका बेटा डिल्लीधर, अनीता और बेटी शीतल ने खाई थी काली तुरई की सब्जी।

खाना खाने के बाद देर शाम सभी ने सोने से पहले दूध पिया था। इससे कुछ देर बाद ही परिवार के सदस्यों में पेट में दर्द उठा और दस्त शुरू हो गए। इसके बाद सभी ने पास के गांव में चिकित्सा से दवा ली। लेकिन सभी की हालत लगातार बिगड़ने लगी। इसके बाद परिजन आनन फानन में भोजीपुरा स्थित राममूर्ति स्मारक मेडिकल कॉलेज ले गए। वहां 38 वर्ष डिल्लीधर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतक के पिता मेवाराम, पत्नी अनीता और 14 साल की बेटी शीतल की हालत चिंताजनक बनी हुई है। गांव में ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टर जहर की बात कह रहे हैं।

गनीमत रही रोशनी ने नहीं खाया खाना

ग्रामीण एवं परिजनों ने बताया कि डिल्लीधर ही परिवार का इकलौता सहारा था। वह मजदूरी कर परिवार का लालन पालन कर रहा था मृतक अपने घर में अपने पिता मेवाराम, पत्नी अनीता, दो पुत्रियां शीतल और रोशनी के साथ रहता था। मृतक का बेटा अमित गंगवार अपनी बुआ के घर रहकर पढ़ाई करता है। 14 अगस्त को शाम को बनी काली तुरई की सब्जी परिवार के सभी सदस्यों ने खाई थी। लेकिन रोशनी ने शाम को खाना नहीं और ना ही उसने दूध पिया था। इससे वह बीमार होने से बच गई। घटना से परिवार में कोहराम मच गया।

ग्रामीणों ने बताया कि मृतक के पिता व पत्नी अनीता की हालत अभी नाजुक बनी हुई है। इस मामले में संबंध में थानाध्यक्ष राजेश बाबू मिश्रा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। मृतक के परिजन काली तुरई की सब्जी खाने उसके बाद दूध पीने के बाद हालत बिगड़ने की बात कह रहे हैं। वहीं ग्रामीण जहर होने की आशंका जता रहे हैं। वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर का कहना है कि तुरई खान और दूध पीने से मौत नहीं हो सकती लेकिन अगर सब्जी बगैर धोए और सही से ना पाकी हो तो फूड प्वाइजनिंग आशंका रहती है। उन्होंने बताया कि गेहूं को कीड़ों से बचाने के लिए दवाई रखते हैं। आशंका है कि दवाई गेहूं में पीस गई हो जिसकी वजह से आटा जहरीला हो गया होगा और घटना हो गई।

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