Bareilly News: दो पत्नियों का खर्चा नहीं उठाने के चलते की लेखपाल की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा
Bareilly News: लेखपाल की मां ने कलेक्ट्रेट पर जमकर हंगामा किया था तब जाकर पुलिस ने मामले मे अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की थी। लेखपाल की मां ने एक नेता पर बेटे के अपहरण का आरोप लगाया था।
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के जनपद बरेली में 18 दिनों से लापता लेखपाल की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। लेखपाल के गायब होने के बाद उसकी मां और पत्नी ने कई गंभीर आरोप लगाए थे पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बताया कि फिरौती के लिए लेखपाल की हत्या को अंजाम दिया गया है रविवार को पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर लेखपाल का शव नाले से बरामद किया था उसके शव के पास कपड़े भी पड़े हुए मिले थे जिससे लेखपाल की शिनाख्त होने मे आसानी हो गई थी।
ये है हत्या का कारण
हत्या के आरोपी ओमवीर ने बताया कि उसकी दो पत्नियां है एक गांव में रहती है और दूसरी नोएडा मे जेल जाने के बाद वो घर का खर्चा और गाड़ी की ईएमआई नही भर पा रहा था उसको रूपयो की जरूरत थी और वो लेखपाल का परिचित भी था। उसने लेखपाल को बुलाकर शराब पिलाई जब लेखपाल नशे में हो गया तो उसके साथी सूरज ने लेखपाल का फोन बंद कर दिया फिर उसने लेखपाल को गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और उसका शव बुखारा रोड पर नाले में फेंक दिया इसके बाद वो लेखपाल के परिजनों से चार लाख की फिरौती की मांग करने ही वाला था लेकिन पुलिस ने उसे पहले ही पकड़ लिया।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि 27 नवंबर को लेखपाल के तहसील से घर न पहुंचने पर गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। परिजनों के कहने पर 9 दिसंबर को फरीदपुर से फतेहगंज पश्चिमी थाने पर विवेचना ट्रांसफर की गई। एसपी क्राइम मुकेश प्रताप सिंह के सुपरविजन में एसओजी, सर्विलांस टीम साइबर सेल और थाने की टीम ने रविवार को 34 साल के अवधेश उर्फ ओमवीर कश्यप निवासी कपूरपुर से पूछताछ करने पर इसकी निशानदेही पर थाना कैंट अंतर्गत नाले से शव के कुछ अवशेष बरामद हुए पुलिस पूछताछ में ओमवीर ने बताया कि वो पिछले 6 महीने से लेखपाल को जानता था। लेखपाल मनीष कश्यप से फोन पर बातचीत होती थी और कई बार मुलाकात भी हुई थी।
ऐसे रची गई साजिश
इसी का फायदा उठाकर 27 तारीख को ओमवीर कश्यप और उसके फुफेरे साले सूरज कश्यप ने लेखपाल को कॉल करके शराब पीने के बहाने से फरीदपुर फाटक के पास बुलाया और अपनी अर्टिगा गाड़ी में बैठाकर उनको अत्यधिक शराब पिलाकर सूरज के मफलर से गला कसकर हत्या कर दी।घटना के पीछे इनका मकसद मृतक के परिजनों से पैसे वसूलना था। इस घटना में ओमवीर और सूरज के साथ-साथ ओमवीर की पत्नी के मामा नेत्रपाल कश्यप और ओमवीर के एक और अन्य रिश्तेदार नन्हे कश्यप की संलिप्तता प्रकाश में आई है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मृतक लेखपाल मनीष कश्यप 27 नवंबर से लापता था उसके परिजन फरीदपुर थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराने गए दे तो थाना पुलिस ने मृतक परिवार की अपहरण की रिपोर्ट दर्ज ना कर गुमशुदगी दर्ज की जिसके बाद मृतक लेखपाल के परिजनों ने सात दिसंबर को कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया और अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाने सहित फरीदपुर इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए जिसके बाद एडीजी रमित शर्मा के आदेश पर पुलिस ने लेखपाल की अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की और एसएसपी अनुराग आर्य ने मामले की जांच फरीदपुर इंस्पेक्टर से फतेहगंज पश्चिमी इंस्पेक्टर को सौप दी ,अब लेखपाल की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिवार के लोगो का रो-रोकर बुरा हाल है।