गन्ना किसान परेशान: नहीं हुआ अब तक भुगतान, डीएम बस्ती ने दिए ये आदेश
बस्ती जिले में गन्ना किसानों का करोड़ों रुपया बकाया है। जिसकी वजह से किसान काफी परेशान है। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने चीनी मिलों को सख्त निर्देश दिए है।
बस्ती: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लाख दावा कर रही है कि गन्ना किसानों के मूल्य का भुगतान किया जा रहा है, लेकिन बस्ती जिले के किसानों की हालत कुछ और ही बयान कर रही है। बस्ती जिले में गन्ना किसानों का करोड़ों रुपया बकाया है। मूल्य का भुगतान ना होने से किसान काफी परेशान है। मामले की जानकारी जब जिला अधिकारी बस्ती सौम्या अग्रवाल को हुई तो उन्होने सख्त निर्देश दिए कि अगर 31 मार्च तक चीनी मिले गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं करेंगी तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गन्ना किसानों का नहीं हुआ बकाया भुगतान
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद के पड़ोसी जिले बस्ती में गन्ना किसानों का भुगतान न होना किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। सरकार एक तरफ किसानों की हितैषी होने और किसानों की आय दोगुनी करने का दावा करती है, तो वहीं बस्ती में किसानों का गन्ना भुगतान न होने के कारण यह दावा फेल होता नजर आ रहा है।
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बस्ती में 3 चीनी मिलें, किसानों का इतना भुगतान बाकि
बता दें कि बस्ती जिले मे तीन चीनी मिलें हैं, तीनों चीनी मिलों पर किसानों का गन्ना जाता है । जिसमें बजाज ग्रुप की चीनी मिल अठदामा रुधौली में गन्ना किसानों का 12 मार्च 2021 तक 130 करोड़ 84 लाख रुपए बकाया है। अभी तक इस चीनी मिल मे 43% गन्ना किसानों का भुगतान किया है।
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किसान हितैषी होने के सरकार के दावे हो रहे फेल
वही सरकार की सरकारी चीनी मिल मुंडेरवा में 12 मार्च 2021 तक किसानों का 17 करोड़ 7 7 लाख रुपए बकाया है। इस चीनी मिल ने अबतक 92 फिसदी इस सत्र का भुगतान कर दिया है। जबकि तीसरी बभनान चीनी मिल ने 12 मार्च तक जितना गन्ना खरीदा था, उतने का भुगतान कर दिया।
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लेकिन अभी तक योगी सरकार में बंद हुई चीनी मिल वाल्टरगंज पर 42 करोड़ का किसानों का गन्ना मूल्य बकाया है। सरकार अभी तक गन्ना किसानों का 42 करोड़ रूपए का भुगतान नहीं करा पाई।
सरकारी चीनी मिल में 130 करोड़ 64 लाख रुपए का भुगतान बकाया
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सरकारी चीनी मिल मुंडेरवा पर किसानों का लगभग 130 करोड़ 64 लाख रुपए का भुगतान सरकार खुद नहीं करा पाई। ऐसे में कहीं ना कहीं सरकार का किसान हितैषी बनना दावा फेल होता नजर आ रहा है।
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वहीं किसानों ने आरोप लगाया कि इस समय शादी ब्याह का सत्र चल रहा है। बच्चों को पढ़ाना है। साथ ही गेहूं और सरसों की फसलें तैयार हो रही हैं, कटाई के लिए पैसा नहीं है। गन्ने का भुगतान ना होने के कारण हम लोग गन्ने की खेती नहीं कर पा रहे हैं।
डीएम बस्ती ने दिए चीनी मिलों को आदेश
मामले में फिलहाल बस्ती जिले के जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने सख्त निर्देश दिए कि 31 मार्च तक गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हुआ तो चीनी मिलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
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रिपोर्ट- अमृत लाल, बस्ती