झांसीः पारीछा थर्मल पावर प्लांट का रासायनिक कचरा बेतवा नदी में बहाए जाने के खिलाफ जल सत्याग्रह आयोजित किया गया। बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय लोगों के साथ नदी के पानी में खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया। मोर्चा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे लंबे समय से नदी में रासायनिक कचरा बहाने के विरोध में आंदोलन करते रहे हैं, लेकिन इस पर रोक नहीं लगाया गया।
माेर्चा कार्यकर्ताओं ने क्या कहा
-कचरा बहाए जाने से बुंदेलखंड की लाइफ लाइन कही जाने वाली बेतवा नदी बुरी तरह प्रदूषित हो रही है।
-इसके अलावा प्लांट से निकलने वाले राख से आसपास का वातावरण भी प्रभावित हो रहा है।
-इस प्रदूषण के कारण प्लांट के आसपास के पारीछा, रिछौरा, उजयान, पच्चरगढ़, खड़ेसर, मुराटा, धमना समेत कई गांव के लोग प्रभावित हो रहे हैं।
-निर्माण मोर्चा के पेंसीडेंट भानू सहाय ने कहा कि पारीछा थर्मल पावर प्रोजेक्ट, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सिचाई विभाग के अधिकारियों ने अपनी भूमिका नहीं निभाई।
अनिश्चितकालीन सत्याग्रह की दी चेतावनी
-इसलिए इन सभी विभागों के अफसरों पर केस दर्ज होना चाहिए।
-झांसी की सांसद उमा भारती भारत सरकार में जल संरक्षण मंत्री हैं।
-लेकिन प्रदूषित हो रही बेतवा को बचाने के लिए उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया।
-भानू ने कहा कि आज सांकेतिक रूप से सत्याग्रह किया गया है।
-यदि समस्या का समाधान नही हुआ तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू किया जाएगा।