Bharatendu Harishchandra: अपने नाटकों से भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने जनमानस को प्रभावित करने का कार्य किया- योगी आदित्यनाथ

Bharatendu Harishchandra : मुख्यमंत्री योगी ने भारतेन्दु की कृतियों को लेकर कहा देश के लोगों में जज्बा पैदा करना उनका कौशल था।

Newstrack :  Network
Published By :  Shraddha
Update:2021-09-09 22:40 IST
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (डिजाइन फोटो- न्यूजट्रैक)

Bharatendu Harishchandra : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि देश की आजादी के लिए प्रखर राष्ट्रवाद भारतेन्दु जी की कृतियों में स्पष्ट रूप से नजर आता है। अपनी कृतियों से देश की आजादी के प्रति लोगों के मन में एक जज्बा पैदा करना भारतेन्दु जी का लेखन कौशल था। अपने नाटकों के माध्यम से उन्होंने जनमानस को सक्रिय रूप से प्रभावित करने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि यह वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) का वर्ष है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां भारतेन्दु नाट्य अकादमी परिसर में भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी की जयन्ती के अवसर पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी के कृतित्व से जुड़ी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने भारतेन्दु नाट्य अकादमी के संस्थापक निदेशक पद्मश्री राज बिसरिया, भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के प्रपौत्र दीपेश चौधरी, रंगमंचकार व अभिनेता हेमेन्द्र भाटिया, उत्तर मध्य सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज के निदेशक सुरेश शर्मा, लेखक व अभिनेता अतुल तिवारी को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आधुनिक हिन्दी (खड़ी बोली) के जनक भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी ने मात्र 34 वर्ष के जीवन में अपनी कृतियों के माध्यम से हिन्दी साहित्य में एक युग अपने नाम कर लिया। भारतेन्दु जी ने हिन्दी भाषा को परिष्कृत करते हुए एक यथेष्ट स्थान प्रदान किया। उन्होंने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि जीवन में कितने दिन जी रहे हैं, बल्कि यह मायने रखता है कि हमने कैसा जीवन जिया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी की यह दिव्य प्रतिमा शासन की ओर से, भारतेन्दु नाट्य अकादमी, हिन्दी भाषा के प्रति अनुराग रखने वालों व प्रदेशवासियों की ओर से भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी को एक विनम्र श्रद्धांजलि है।


भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (फाइल फोटो - सोशल मीडिया)


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अक्सर ऐसा होता है कि कोई व्यक्ति एक पक्ष को लेकर चल पाता है, लेकिन भारतेन्दु जी एक अच्छे वक्ता, लेखक, नाटककार, पत्रकार व कलाकार के साथ-साथ राष्ट्रभक्ति व राष्ट्रभाषा के प्रति अनुपम लगाव रखने वाले व्यक्ति थे। 'निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति का मूल' इस भाव को आज हर व्यक्ति महसूस कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2020 में नई शिक्षा नीति घोषित की थी, जिसके मूल में मातृ भाषा के माध्यम से प्रारम्भिक शिक्षा प्रदान करना है, जिससे बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति तीव्र होगी। उन्होंने कहा कि भारतेन्दु जी ने एक शताब्दी पूर्व ही इस बात का उल्लेख कर दिया था कि मातृ भाषा ही हमारी उन्नति का मूल है।

संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व व मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के संकल्प के साथ स्वतंत्रता की अलख जगाने वालों के विचारों को आगे बढ़ाने व स्थलों को सजाने संवारने जैसे कार्यक्रम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतेन्दु जी ने साहित्य के माध्यम से आधुनिक हिन्दी (खड़ी बोली) को अद्यतन रूप दिया। साथ ही, स्वतंत्रता की अलख को तेज किया।

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