बीएचयू अस्पताल के एमएस का इस्तीफा, चर्चाओं के बाजार गर्म

काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वीएन मिश्रा ने शुक्रवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस कदम को लेकर अस्पताल में कई तरह की चर्चाएं हैं। माना जा रहा है कि अस्पताल में हो रहे विकास कार्यों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय वीएन मिश्रा से असंतुष्ट था।

Update: 2019-02-22 17:11 GMT

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वीएन मिश्रा ने शुक्रवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस कदम को लेकर अस्पताल में कई तरह की चर्चाएं हैं। माना जा रहा है कि अस्पताल में हो रहे विकास कार्यों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय वीएन मिश्रा से असंतुष्ट था।

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भनक लगते ही एमएस ने खुद दिया इस्तीफा

सूत्रों के हवाले से खबर सामने आ रही है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति को एमएस की पद से हटाने का निर्देश दिया था इसकी भनक जैसे ही रियल मिश्रा को लगी उन्होंने खुद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया फिलहाल एमएससी डिपार्टमेंट के डॉ एस के माथुर को एम एस की जिम्मेदारी मिली है।

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सुर्खियों में थे एमएस वीएन मिश्रा

अपने छोटे से कार्यकाल में डॉक्टर वीएन मिश्रा ने सर सुंदरलाल अस्पताल के विकास के लिए काफी कार्य किए। अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ को देखते हुए सुविधाओं में बेहतरीन लाने की गरज से प्रोफेसर विजय मिश्रा ने जनरल ओपीडी की शुरुआत कराई। इसके तहते सिरदर्द, पेटदर्द, बुखार जैसी छोटी बीमारियों के लिए उनके मरीजों और उनके तीमारदारों को अस्पताल की लंबी लाइन से की मार ना झेलना पड़े। प्रोफेशन मिश्रा में अस्पताल में पारदर्शिता लाने और मरीजों की सुविधाओं के लिए एक खास पहल की थी। डिजिटल इंडिया के तहत उन्होंने मरीजों के लिए खासतौर से एक एप बनवाया साथ ही डिजिटल कार्ड दिया। यही नहीं अस्पताल में ऑनलाइन पेमेंट की भी शुरूआत की।

अस्पताल में जेनेरिक दवाओं का स्टोर

वीएन मिश्रा के कार्यकाल में अस्पताल के अंदर जेनेरिक दवाओं पर भी दिया। ग्रामीण इलाकों से आने वाले आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को बेहतर और सस्ता इलाज की गरज से प्रोफेसर मिश्रा ने जेनेरिक दवाओं की तरफ भी कदम बढ़ाया और अस्पताल के अंदर जेनेरिक दवाइयों के स्टोर की शुरुआत भी कराई। यही नहीं पर्यावरण संरक्षण और अस्पताल में बढ़ रहे वाहनों के दबाव को देखते हुए प्रोफेसर वीएन मिश्रा ने एम्स की तर्ज पर अस्पताल में ई-रिक्शा सेवा की भी शुरुआत कराई।

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