Lucknow News: गायत्री प्रजापति पर आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई, चार बेनामी संपत्तियों को किया जब्त
Lucknow News: गायत्री प्रजापति ने ये संपत्तियां गोमतीनगर के खरगापुर, आशियाना और मोहनलालगंज इलाके में अपने करीबियों के नाम पर खरीदी थीं। कुछ दिन पहले आयकर विभाग की बेनामी संपत्ति निषेध इकाई ने इन संपत्तियों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी थी।
Lucknow News: पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आयकर विभाग ने उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। आयकर विभाग ने लखनऊ गायत्री प्रजापति की चार बेनामी संपत्तियों को जब्त कर लिया है। आयकर विभाग ने जिन संपत्तियों को जब्त किया है वे संपत्तियां गोमतीनगर के खरगापुर, आशियाना और मोहनलालगंज क्षेत्र की हैं। आयकर विभाग इन संपत्तियों को जब्त करने की जानकारी जल्द हाईकोर्ट को देगा।
यूपी की समाजवादी पार्टी सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की राजधानी के अलग-अलग इलाकों में स्थित चार बेनामी संपत्तियों को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया। गायत्री प्रजापति ने ये संपत्तियां गोमतीनगर के खरगापुर, आशियाना और मोहनलालगंज इलाके में अपने करीबियों के नाम पर खरीदी थीं। कुछ दिन पहले आयकर विभाग की बेनामी संपत्ति निषेध इकाई ने इन संपत्तियों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी थी।
2018 और 2019 में खरीदी गई थीं
मंगलवार को आयकर विभाग की बेनामी निषेध इकाई के सीनियर अफसरों इन चारों संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई की है। ये संपत्तियां गायत्री प्रजापति के जेल में रहने के दौरान वर्ष 2018 और 2019 में खरीदी गई थीं। इनकी इस समय मार्केट वैल्यू 10 करोड़ रुपये से अधिक की बताई जा रही है। इनमें संपत्तियों में खरगापुर में करीब 3000 वर्ग फीट का भूखंड, मोहनलालगंज के पुरसेनी मे 2000 वर्ग फीट और 1014 वर्ग फीट का मकान तथा कानपुर रोड स्थित आशियाना कॉलोनी के सेक्टर के स्थित करीब 2500 वर्ग फीट का मकान शामिल है।
खरगापुर में भूखंड जब्त करने की कार्रवाई के दौरान एक भाजपा नेता ने मौके पर आकर हंगामा करने लगा। आयकर अधिकारियों के सामने उसने इस भूखंड को खरीदने का दावा किया। लेकिन टीम ने उसकी एक न सुनी और सख्त रुख अपनाते हुए संपत्ति को जब्त कर लिया।
कई शहरों में खरीदी संपत्तियां
बता दें कि गायत्री प्रजापति ने खनन घोटाले की काली कमाई से कई शहरों में कई बेनामी संपत्तियां खरीदी थीं। इनमें से अधिकतर संपत्तियों को 5 फर्जी कंपनियों के जरिए खरीदा गया था। आयकर विभाग को गायत्री के जेल जाने के बाद इनमें से तमाम संपत्तियों को राजनेताओं द्वारा खरीदे जाने के सुराग भी मिले थे। वहीं दूसरी ओर ईडी अब तक गायत्री प्रजापति की 50 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की संपत्तियों को जब्त कर चुका है।