बिजनौर: मुसाफिरों से करते थे अवैध वसूली, इंस्पेक्टर समेत कई नपे
बिजनौर में मुसाफिरों से अवैध रूप से वसूली करने के मामले में एक इंस्पेक्टर व एक दरोगा पर कड़ी कार्रवाई की गयी है
बिजनौर: चौकी से गुजरने वाले मुसाफिरों से अवैध रूप से रुपया वसूली करने के मामले में डीआईजी मुरादाबाद द्वारा एक इंस्पेक्टर व एक दरोगा सहित 2 सिपाही सहित अन्य 3 लोगों पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई गई है। इस कार्रवाई के तहत डीआईजी ने इंस्पेक्टर नजीबाबाद सत्य प्रकाश को निलंबित कर दिया है।
जबकि दरोगा रामेश्वर और दो सिपाही जफरुद्दीन व आशीष पर एफ आई आर दर्ज की गई है। जिसमें कि दरोगा को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है। जबकि 2 सिपाही फरार हो गए हैं। अवैध वसूली के मामले में अन्य तीन प्राइवेट लोगों को भी पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया है और पूछताछ की जा रही है।
डीआईजी मुरादाबाद शलभ माथुर को काफी दिनों से बिजनौर के नजीबाबाद थाना क्षेत्र के जफरा चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा प्राइवेट लोग लगाकर अवैध रूप से मुसाफिरों से वसूली करने की शिकायत मिल रही थी। इस शिकायत को लेकर डीआईजी शलभ माथुर ने मुरादाबाद में तैनात इंस्पेक्टर राहुल कुमार, दरोगा नीरज कुमार व लोकेंद्र त्यागी व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम बनाकर जफरा चौकी मैं तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा अवैध वसूली की जांच करने के लिए भेजा था।
इस जांच के दौरान पता चला कि जाफरा चौकी में तैनात दरोगा रामेश्वर सिपाही जफरुद्दी, न आशीष व तीन अन्य प्राइवेट सचिन, हर्षवर्धन, शाकिर द्वारा अवैध रूप से आने जाने वाले लोगों से 100 से लेकर 500 रुपया तक अवैध तरीके से वसूले जा रहे थे। जिसमें नजीबाबाद इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश का नाम भी सामने आया है। मुरादाबाद पुलिस ने 17500 जाफरा चौकी से बरामद किए हैं। डीआईजी द्वारा सत्य प्रकाश इस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
जबकि रामेश्वर के खिलाफ व दोनों सिपाही सहित तीन अन्य प्राइवेट लोगों के खिलाफ 384 व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत 7 और 13 के तहत कार्रवाई की गई है। इस मामले को लेकर एसपी डॉ धर्मवीर सिंह द्वारा बताया गया कि डीआईजी शलभ माथुर के निर्देश पर ये कार्यवाही हुई है। उन्ही के द्वारा पूरे प्रकरण की मीडिया को जानकारी दी जाएगी।