UP News: यूपी में दो सीटों पर हार को लेकर योगी के साथ मंथन, निकाय और लोकसभा चुनावों को लेकर पुख्ता रणनीति की तैयारी
UP News: दिल्ली में हुई इस अहम बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संगठन महासचिव बीएल संतोष मौजूद थे।
UP News: उत्तर प्रदेश में हाल में हुए उपचुनावों में दो सीटों पर भाजपा को मिली हार को केंद्रीय नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है। दिल्ली में हुई पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक में इस हार की समीक्षा की गई। बैठक में निकाय चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति पर भी चर्चा की गई।
इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान लोकसभा की हर सीट को लेकर अलग व्यूह रचना तैयार करने का फैसला किया गया है। दिल्ली में हुई इस अहम बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संगठन महासचिव बीएल संतोष मौजूद थे।
सिर्फ रामपुर में जीत,दो सीटों पर हार
उत्तर प्रदेश में हाल में तीन सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को सिर्फ रामपुर सीट पर कामयाबी मिली है। रामपुर विधानसभा सीट पर भाजपा कद्दावर नेता मोहम्मद आजम खान का किला ध्वस्त करने में कामयाब रही है। दूसरी ओर मैनपुरी लोकसभा सीट और खतौली विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा है। खतौली सीट पर पिछले चुनाव के दौरान भाजपा को जीत हासिल हुई थी मगर इस बार रालोद प्रत्याशी मदन भैया विजयी हुए हैं जबकि मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव की जीत के साथ मुलायम कुनबे ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखा दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हुई बैठक के दौरान केंद्रीय नेतृत्व ने यूपी के उपचुनावों की समीक्षा की है। मैनपुरी में पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है जिसे केंद्रीय नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है। खतौली में भी पार्टी ने अपनी जीती हुई सीट ग॔वा दी है। भाजपा की इस शीर्ष बैठक के दौरान दो चुनावों में मिली हार के कारणों को जानने की कोशिश की गई।
सामाजिक समीकरण साधने पर जोर
बैठक में जातीय और सामाजिक समीकरण को साधे रखने पर जोर दिया गया। खतौली के उपचुनाव में रालोद प्रत्याशी जाट और मुस्लिम मतों के साथ ही गुर्जर और दलित मतों का बड़ा हिस्सा पानी में भी कामयाब रहा है। सामाजिक समीकरणों के हिसाब से इसे भाजपा के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है और केंद्रीय नेतृत्व ने इसे गंभीरता से लिया है।
मैनपुरी में डिंपल यादव ने मुलायम सिंह यादव से भी बड़ी जीत हासिल करते हुए भाजपा की चिंताएं बढ़ा दी हैं। भाजपा की ओर से जातीय समीकरण को साधने के लिए रघुराज सिंह शाक्य को उम्मीदवार बनाया गया था मगर वे क्षेत्र का समीकरण साधने में कामयाब नहीं हो सके।
अलग व्यूह रचना तैयार करेगी पार्टी
इसी कारण अब पार्टी निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर गंभीर हो गई है। भाजपा के शीर्ष नेताओं की इस बैठक के दौरान इन दोनों चुनावों में पुख्ता रणनीति अपनाने का निर्देश दिया गया। लोकसभा चुनाव के दौरान हर सीट को लेकर अलग व्यूह रचना तैयार करने की रणनीति पर भी चर्चा की गई है। बैठक में सामाजिक समीकरण साधने और सरकार की योजनाओं का आम लोगों तक मजबूत ढंग से प्रचार करने पर जोर दिया गया। बैठक में लाभार्थी वर्ग तक सरकार और पार्टी के कार्यक्रमों को पहुंचाने के लिए प्रयास तेज करने का फैसला किया गया। माना जा रहा है कि जल्द ही सरकार और पार्टी की ओर से इसके लिए अभियान छेड़ा जा सकता है।