UP Election 2022: स्वतंत्र देव सिंह का सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला, कहा- करहल में भी कराह रहे हैं अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के द्वारा किए गए कार्यों को भी गिनाया।

Published By :  Bishwajeet Kumar
Written By :  Shreedhar Agnihotri
Update:2022-02-19 21:44 IST
स्वतंत्र देव सिंह (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने कहा कि सपा के मुखिया अपनी कर्मभूमि छोड़कर सैफई खानदान पर विश्वास करके करहल पहंचे लेकिन, करहल में भी वे कराह रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल यह है कि सपा-मुखिया को अब अपने लोगों पर भी भरोसा नहीं है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) किसी और भी सीट का चयन कर सकते थे लेकिन उन्होंने काफी सोच समझकर परिवार के लोगों से चर्चा कर सबसे सुरक्षित सीट करहल का चयन किया था। अब उन्हें वहां पर अपनी सुस्पष्ट हार दिखाई पड़ रही है। करहल की जनता को भी कमल का साथ पसंद है, वह बीजेपी के प्रत्याशी प्रो. एसपी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) को भारी अंतर से जिता रही है। भाजपा फिर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी।

बीजेपी के कार्यों को गिनाया

स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि राजनैतिक, आर्थिक और समाजिक क्षेत्र में समाज का सम्मान बढ़ा है। पीएम मोदी (PM Modi) दुनिया में पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने दिव्य और भव्य कुंभ में स्वच्छताकर्मियों के पैर धोने का काम किया। कोरोना महामारी (corona pandemic) में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) में काम करने वाले मजदूरों के साथ भोजन करते हैं और काशीवासियों को तकलीफ न हो तो 12 बजे रात को निकलकर कार्य का निरीक्षण करते हैं।

उन्होंने कहा कि अमीरों के यहां ही नहीं अब गरीबों के यहां भी शौचालय हैं, आज गरीबों के घर में बिजली कनेक्शन है, गरीबों के भी अपने आवास हैं, उनके पास मुफ्त चिकित्सा की सुविधा है।

यही नहीं निराश्रित महिला, वृद्ध और दिव्यांग पेंशन को भी सरकार ने तीन गुना किया है। अब 10 मार्च को जब सरकार बनेगी तो सबसे पहला तोहफा होली पर मुफ्त सिलिंडर का होगा। हम मेधावी छात्राओं को कॉलेज जाने के लिए स्कूटी देने वाले हैं, किसानों को मुफ्त बिजली की सुविधा भी देने जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राजनैतिक क्षेत्र में केंद्र की सरकार में ओबोसी के 27 चेहरों को मंत्री बना कर पिछड़ों को सम्मान और प्रदेश सरकार में भी सबसे ज्यादा मंत्री पिछड़े वर्ग से हैं। ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का काम भी भाजपा की सरकार ने ही किया है।

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