Etah News: अवैध रूप से संचालित हो रहा कृष्णा हॉस्पिटल सीज, अस्पताल संचालक ने CMO पर लगाए गंभीर आरोप

हॉस्पिटल सीज की कार्यवाही के बाद अवैध रूप से होस्पीटल का संचालन कर रहे उसके संचालक मोहित कुमार ने लगाया सीएमओ आफिस कर्मियों पर 60,हजार रुपए रिश्वत लेने का आरोप।

Report :  Sunil Mishra
Published By :  Divyanshu Rao
Update:2022-02-04 14:43 IST

Etah News: एटा जनपद के जिला मुख्यालय स्थित कृष्णा हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य विभाग टीम ने वृस्पतिवार को छापा मारकर बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे हॉस्पिटल को सीज कर दिया जिससे अवैध रूप से संचालित सभी हॉस्पिटलों में हड़कंप मच गया ।

हॉस्पिटल सीज की कार्यवाही के बाद अवैध रूप से होस्पीटल का संचालन कर रहे उसके संचालक मोहित कुमार ने लगाया सीएमओ आफिस कर्मियों पर 60,हजार रुपए रिश्वत लेने का आरोप।

आज एटा नगर के शिकोहाबाद रोड स्थित अवंती बाई नगर में बिना रजिस्ट्रेशन अवैध रूप से चल रहे कृष्णा हॉस्पिटल पर एसीएमओ राम मोहन तिवारी दाृरा मारे गये एक छापे के दौरान अवैध रूप से बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे कृष्णा होस्पीटल पर जांच के दौरान होस्पीटल संचालक। कोई भी वैध कागज न पाए जाने पर उसे सीज कर दिया गया तथा होस्पीटल के संचालक के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जा रही है।

कार्यवाही के बाद कृष्णा हॉस्पिटल के संचालक मोहित कुमार के सीएमओ कार्यालय के बाबू पुष्पेंद्र कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा उक्त रजिस्ट्रेशन कराए जाने के 60 हजार रुपए मांगे गये थे वह अपने आप को सीएमओ बताते हैं और रुपए न देने के कारण उन्होंने मेरा रजिस्ट्रेशन नहीं किया मेरे दाृरा आनलाईन रजिस्ट्रेशन कराके पूरी कार्यवाही कर सभी फॉर्मल्टी पूरी कर दी गयी है उन्होनें मुझे फर्जी मोहर लगाकर कागज दे दिया गया।

इसके साथ ही संचालक ने एक पत्रकार पर भी आनन-फानन में 60 हजार रुपए मांगने का भी आरोप लगा दिया गया इस पूरे क्रम में विशेष बात यह रही कि हॉस्पिटल संचालक से स्वास्थ्य विभागबिना रजिस्ट्रेशन अवैध रूप से संचालन हो रहा कृष्णा हॉस्पिटल सीज।

वहीं मोहित कुमार की हिम्मत तो देखो उसने गलत अवैध कार्य करने के बाद भी अपनी सफाई देने की एक नई फर्जी दलील पेश करते हुए कहा कि एटा में क्या मेरा ही अस्पताल फर्जी चल रहा है?

वहीं आपको बताते है कि यह इस पूरे क्रम में 60 का अंक कहां से और कैसे आया इसके पीछे का राज क्या है? मामला कुछ यूं है कि दिनांक 24 जुलाई 2021 को एटा के थाना कोतवाली देहात के ग्राम विरामपुर निवासी सुरेश चंद शर्मा ने अपने 28 वर्षीय पुत्र विजय शर्मा को अवैध झोलाछाप क्लीनिक की जानकारी न होने पर एटा के शिकोहाबाद रोड स्थित कृष्ण हॉस्पिटल में पेशाब न आने ने शिकायत होने के कारण भर्ती कराया था।


जहां वहां के चिकित्सक तथा हॉस्पिटल के संचालक मोहित कुमार ने उनसे इलाज के लिए 60 हजार रुपए जमा करा लिए और उसके हॉस्पिटल में योग्य तथा रजिस्टर्ड चिकित्सक न होने के कारण सही उपचार नहीं किया गया और उसे 7 दिन होस्पीटल में भर्ती रखा गया जब अपनी बीमारी में कोई आराम न होने की बात कही गई तो उसे वहां से रैफर कर दिया गया।

जब सुरेश शर्मा ने विजय के इलाज के दौरान की गई जांच रिपोर्ट तथा इलाज किए गए इलाज के पर्चे तथा इलाज करने वाले चिकित्सक का नाम मांगे गये तो उनके द्वारा पर्चे देने तथा आगे उपचार किए जाने से स्पष्ट इनकार कर दिया तो सुरेश ने उनसे इलाज के दौरान लिये रूपये मांगे गये तो उनके द्वारा गलत इलाज कर अवैध रूप से वसूल की गई 60 हजार रूपये की धनराशि वापस देने से इंकार कर दिया गया है।

उनके दाृरा उसे अभद्रता कर अपनी बड़ी पहुंच की धमकी देते हुए भगा दिया जिसकी शिकायत प्रार्थी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से लिखित रूप में की गई थी साथही सुरेश शर्मा ने बताया कि मुझसे चिकित्सक ने कहा कि तुम्हें जिसने भर्ती कराया था आधे पैसे तो वही ले गया।

जिससे यह भी स्पष्ट है कि इन अवैध रूप से संचालित चिकित्सालयों में भारी कमीशन का खेल भी चलता है मरीज को भर्ती कराने वाले से लेकर सभी को भारी कमीशन मिलता है जिस कारण यह मुख्यालय सहित पूरे जनपद में अमरवेल की तरह फैली हुई है और सभी को इसमें शामिल होने से निजी लाभ भी मिल रहा है। कोई मरता है तो मरे उन्हें तो फायदा हो ही रहा है।

समय समय पर इन अवैध रूप से संचालित अवैध क्लिीनिकों द्वारा मरीजों का गलत उपचार करने के कारण इन क्लीनिकों में मौतें भी होती रहती हैं और शिकायतों व अखबारों में खबरों के छपने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही कर उन्हें मूक समर्थन दे रहा है।

आपको बताते चलें कि बीते एक पखवाड़े में लगभग आधा दर्जन महिलाओं व कुछ नवजात शिशुओं की प्रसव के दौरान मौत हो चुकी है जिन की खबरों के छपने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई कार्यवाही न करने से यह स्पष्ट है की यह क्लीनिक कैसे संचालित हो रहे हैं? और इनके रजिस्ट्रेशन सीएमओ कार्यालय द्वारा कैसे किए जा रहे हैं?

इससे यह स्पष्ट होता है कि एटा जनपद में सिर्फ कृष्णा हॉस्पिटल ही नहीं और भी ऐसे फर्जी कई हॉस्पिटल संचालित हैं अवैध कृष्णा हॉस्पिटल के संचालक के ऐसा कहने से यह स्पष्ट है कि एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी।

आपको बताते चलें कि एटा जनपद में दर्जनों की संख्या में मुख्यालय समेत दर्जनों की संख्या में अवैध होस्पीटलों का संचालन किया जा रहा है जिनमें अप्रशिक्षित चिकित्सकों के उपचार किये जाने के कारण अभी तक दर्जनों महिलाओं पुरूषों व बच्चों की मौत हो चुकी है किंतु न तो आज तक स्वास्थ्य विभाग की कुम्भकर्णी नीद टूटी और न जिला प्रशासन की?

लगातार जनता की शिकायतों खबरे छपने के बाद भी कोई कार्यवाही न होने से इन अवैध होस्पीटल के संचालकों के हौसले बुलंद है और अभी तक स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में ऐसे कई होस्पीटल भी संचालित हैं जो पूर्व में भी सीज किये जा चुके हैं और नाम बदलकर अभी भी बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया आज मुख्यालय पर संचालित अवैध नर्सिंग होम को सीज कर उसके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जा रही है।किंतु कार्रवाही के बाद अवैध होस्पीटल के संचालक के विरुद्ध रिपोर्ट या अन्य कोई कार्यवाही न किये जाने की पूछने पर उन्होंने कहा कि शीघ्र ही कार्यवाही की जाएगी। के बाबू ने भी 60 हजार रुपए मांगे गये और आरोपित पत्रकार ने भी ने भी 60 हजार रुपए ही मांगे गये।

Tags:    

Similar News