Mathura News: मथुरा में नहीं थम रहा मौतों का सिलसिला, 14 मौतों के बाद दहशत में ग्रामीण, स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट

14 मौत के बाद अब जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि स्थिति पर अभी नियंत्रण है ग्रामीण क्षेत्रों से बीमारी शहरी क्षेत्र की..

Report :  Nitin Gautam
Published By :  Deepak Raj
Update: 2021-09-02 12:18 GMT

गांव का दौरा करने पहुंची सीएमओ

Mathura News: बुखार से 14 की मौत के बाद अब जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि स्थिति पर अभी नियंत्रण है ग्रामीण क्षेत्रों से बीमारी शहरी क्षेत्र की ओर पैर न पसारे इसलिए शहरी क्षेत्रों में फॉगिंग सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में प्रधान व पंचायती राज विभाग को सक्रिय किया जा चुका है। 14 मौतों पर जिलाधिकारी ने कहा कि 12 मौतें बीमारी की वजह से हुई है 2 मौतें अन्य कारणों से हुई हैं। जो स्वास्थ्य के डेटा में चढ़ी हुई हैं। मथुरा में डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर से मरने वालों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा। गुरुवार को 11 वर्ष के बच्चे की मौत के बाद आंकड़ा 14 पहुंच गया। वहीं मरीजों की संख्या भी अब करीब 50 हैं। जिनका मथुरा और आगरा के अस्पतालों में इलाज़ चल रहा है।


गांव पहुंची पुलिस


गुरुवार को हुई बच्चे की मौत

फरह ब्लॉक के गाँव कोंह में वायरल फीवर,डेंगू और मलेरिया ने दहशत फैला रखी है। यहाँ 4 दिन पहले बीमार पड़े 11 वर्षीय बच्चे राजा ने इलाज़ के दौरान दम तोड़ दिया। राजा की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। रोते बिलखते परिजन इस बीमारी को कोसने लगें। उधर बच्चे की मौत पर गांव पहुँची मुख्य चिकित्साधिकारी रचना गुप्ता को ग्रामीणों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा। ग्रामीणों ने cmo को खरी खोटी सुनाई। बाद में मौके पर पहुँचे पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों को शांत कराया।

23 दिन में हुई 14 कि मौत


आक्रोशित ग्रामीण

मथुरा के फरह ब्लॉक के कोंह और गोवर्द्धन ब्लॉक के जचौदा में 23 दिन के अंदर 14 लोगों की मौत हो चुकी हैं। कोंह में जहाँ अब तक 11 लोग दम तोड़ चुके हैं वहीं जचौदा में 3 की मृत्यु हो चुकी हैं। 14 लोगों में से 2 की उम्र 45 से ज्यादा हैं जबकि 12 बच्चे हैं । बच्चों की मौत के बाद दहशत में रह रहे ग्रामीण अब अपने बच्चों को लेकर खासे परेशान हैं।

इनकी हुई मौत

11 अगस्त से शुरू हुआ मौत का सिलसिला अभी तक रुकने का नाम नहीं ले रहा। गाँव कोंह में 11 अगस्त को 2 साल की रमैया ने दम तोड़ा तो इसके 9 दिन बाद 19 अगस्त को एक वर्षीय रेखा ने। रेखा की मौत के बाद हर दूसरे दिन किसी न किसी की मौत होती रही। यहाँ 20 अगस्त को 9 वर्षीय अवनीश , 22 अगस्त को 19 वर्षीय रुचि, 23 अगस्त को 9 वर्षीय टिंकू व 6 वर्षीय हनी, 24 अगस्त को 7 महीने की जीविका, 26 अगस्त को 7 साल की शिवानी, 29 अगस्त को 55 वर्षीय मुन्नी देवी, 31 अगस्त को 14 वर्षीय सौरभ व 2 सितंबर गुरुवार को 11 वर्षीय राजा की मौत हो गयी। वहीं जचौदा में 23 अगस्त को 2 साल के रोहित, 27 अगस्त को 48 बर्षीय राजाराम व 29 अगस्त को 19 वर्षीय भगवान सिंह की मृत्यु ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है।

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