मथुरा से संतो की यही पुकार: कृष्णनगरी से चुनाव लड़े योगी, इस बार बाँके बिहारी की लड़ाई है आर-पार
Mathura: मथुरा वृन्दावन के संतो ने एक बैठक बुलाई, जिसमें संतो ने एक स्वर से मांग कि और कहा कि संतो कि यही पुकार मथुरा से योगी हो इस बार।
Mathura: योगी के मथुरा से चुनाव लड़ने की अटकलों के बाद मथुरा वृन्दावन के संतो ने एक बैठक बुलाई, जिसमें संतो ने एक स्वर से मांग कि और कहा कि संतो कि यही पुकार मथुरा से योगी हो इस बार। संतो ने कहा कि सनातन को बचाने एवं श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मुद्दे को अंजाम योगी के नेतृत्व मे ही दिया जा सकता है।
वृन्दावन के गांधी मार्ग स्थित श्रोत मुनि आश्रम में संपन्न हुई बैठक में संतों एवं धर्माचार्यों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ एक संस्था के अध्यक्ष द्वारा अनर्गल बयानबाजी को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित कर कड़ी कार्यवाही की मांग की गई। तो वहीं संतो ने योगी आदित्यनाथ को सनातन व श्रीकृष्ण जन्मस्थान को व दिव्य बनाये जाने के लिए मथुरा वृन्दावन सीट से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया।
योगी का संकल्प शुद्ध है
इस सम्बन्ध में काशी विद्वत परिषद के पश्चिमी भारत के प्रभारी कार्ष्णि नागेन्द्र जी महाराज ने कहा कि योगी जी संकल्प मान है। जो संकल्प लें लेते है। वह पूरा करते है। देश मे 370 हटी लोग उससे पहले कहते थे क़त्ले आम हो जायेगा। लेकिन तिनका भी नहीं हिला, राम मंदिर फैसला आया और अब भव्य राम मंदिर बन रहा है। लेकिन कोई भी फसाद नहीं हुआ, वह तो और ही लोग है जो गोलियां चलवाना जानते है।
इससे साफ है कि योगी का संकल्प शुद्ध है और अब भाजपा सरकार के नेतृत्व में कृष्ण जन्मभूमि का मंदिर जरूर बनेगा और भव्य बनेगा और ब्रज मंडल का दिव्य विकास होगा क्यूंकि अबकी बारी बाँके बिहारी।
उधर प्रख्यात भगवताचार्य संजीव कृष्ण ने कहा कि योगी आदित्यनाथ यदि यहाँ से चुनाव लड़ते है, तो यह मथुरावासियों का गौरव होगा। क्यूंकि योगी के नेतृत्व मे ही सनातन धर्म संस्कृति का विकास संभव है।
बैठक में संतो ने जहाँ एक स्वर से मुख्यमंत्री के मथुरा से चुनाव लड़ने का आह्वान किया, वहीं महामंडलेश्वर नवल गिरी ने तो मांग कि जितने भी धार्मिक स्थल है वहाँ से संतो को चुनाव लड़ना चाहिए जिससे सनातन व हिन्दू संस्कृति बची रहे।
एक तरफ जहाँ साधु-संत योगी आदित्यनाथ मथुरा से चुनाव लड़ने की मांग कर रहे हैं वहीं मथुरा के 4 बार विधायक व पूर्व सीएलपी लीडर प्रदीप माथुर का मानना है कि योगी आदित्यनाथ यहाँ से चुनाव नहीं लड़ेंगे क्यूंकि प्रदेश के साथ साथ पूर्वांचल मे भाजपा कि हालात ख़राब है।
यदि मुख्यमंत्री योगी यहाँ से चुनाव लड़ेंगे, तो भाजपा का उधर से सुफड़ा साफ हो जायेगा और यहाँ से योगी के चुनाव लड़ने का भाजपा को कोई फायदा नहीं है। वैसे भी पश्चिम में किसानों का विरोध भाजपा को झेलना पड़ेगा क्यूंकि यह झूठों कि सरकार है।