Basti: दलित की जमीन पर बसपा नेता ने किया कब्ज़ा, गुर्गों ने महिलाओं के साथ की छेड़छाड़, पुलिस पर सवाल
Basti News: बसपा नेता जिस जमीन पर दबंगई दिखा रहे हैं वो कप्तानगंज थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर है। शुक्रवार को दिनदहाड़े भू माफियाओं ने असलहे के बल पर दलित की जमीन पर कब्जा कर लिया है।
Basti News : उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में दलितों की जमीन पर बहुजन समाज पार्टी (BSP) के नेता और उनके गुर्गों द्वारा दबंगई के बल पर कब्जा किए जाने का मामला सामने आया है। हालांकि, एक तरफ जहां प्रदेश की योगी सरकार दलितों, शोषितों और महिलाओं को न्याय दिलाने को लेकर गंभीर दिख रही है। वहीं, बस्ती जिले के कप्तानगंज थाने की पुलिस सरकार की छवि को धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
आपको बता दें कि, बसपा नेता जिस जमीन पर दबंगई दिखा रहे हैं वो कप्तानगंज थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर है। शुक्रवार को दिनदहाड़े भू माफियाओं ने असलहे के बल पर दलित की जमीन पर कब्जा कर लिया है। दलित महिलाओं का आरोप है कि, इस दौरान बसपा नेता के गुर्गों ने उनके साथ अश्लील हरकतें तथा छेड़खानी भी की। साथ ही उनके साथ मार-पीट भी की। पीड़ितों ने बसपा नेता चंद्रशेखर वर्मा सहित एक दर्जन लोगों के खिलाफ कप्तानगंज थाने में प्रार्थना पत्र दिया है। कहा जा रहा है कि बसपा नेता के दबाव में पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही है।
क्या है मामला
ताजा मामला बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के राजा जोत गांव का है। यहां एक दलित राम बोध की जमीन है। यह जमीन कप्तानगंज थाने से करीब 300 मीटर की दूरी पर वालेस चौराहे के पास है। राम बोध द्वारा न्यायिक उप जिलाधिकारी बस्ती के न्यायालय से स्थगन आदेश है। इसके बावजूद बसपा नेता चंद्रशेखर वर्मा के दबाव में जबरन पुलिस जमीन पर कब्जा होने दे रही है। पीड़ित का आरोप है कि कप्तानगंज पुलिस (Kaptanganj Police) बसपा नेता के दबाव में काम कर रही है।
कोर्ट के फैसले का तो करते इंतजार
पीड़ित का कहना है कि ये सब तब हुआ जब मैं घर नहीं था। पीड़ित राम बोध बस्ती गया हुआ था। राम बोध का कहना है कि जब उनके पास इस जमीन को लेकर स्थगन आदेश है तब इस तरह की कार्रवाई गैरवाजिब है। उन्होंने बताया, कि घर की महिलाएं मना करती रही ,बताया भी कि इस जमीन का न्यायालय से स्थगन आदेश प्राप्त है। जब कोर्ट का फैसला आएगा तब जमीन पर कब्जा किया जाता।
पुलिस बोली- तहरीर बदलें तब लिखेंगे केस
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि, बसपा नेता के दर्जनभर गुर्गों ने उनके घर की महिलाओं के साथ बदसलूकी और छेड़खानी की। महिलाओं के साथ मार-पीट भी की गई। इतना ही नहीं उन्होंने असलहे लेकर महिलाओं को दौड़ाया भी। इसकी सूचना कप्तानगंज पुलिस को दी गई। लेकिन, पुलिस कार्रवाई के बजाय पीड़ित परिवार पर ही दबाव बनाने लगी। पुलिस ने कहा तहरीर बदल दीजिए, तब केस लिखेंगे। अवैध कब्जा जिसने भी किया है उसे वो हटवाएंगे।
'मामला मेरे संज्ञान में है, देखते हैं'
पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। ताकि FIR दर्ज न किया जाए। इस पूरे घटनाक्रम पर जब थानाध्यक्ष कप्तानगंज से बात की गई, तो उन्होंने कहा मामला मेरे संज्ञान में है, देखते हैं। हालांकि, बसपा नेता के सत्ता के गलियारों में मजबूत पकड़ होने की भी बात कही जा रही है।