जनता को हिन्दू मानने के बजाय भारतीय मानने से ही देश का भलाः मायावती
देश की लगभग 130 करोड़ जनता को सही संवैधानिक आधार पर ’’भारतीय’’ मानने के बजाय उन्हें ’’हिन्दू’’ मानने की आर.एस.एस. व बीजेपी सरकार की संकीर्ण व साम्प्रदायिक सोच व मानसिकता का ही परिणाम है कि संविधान की मूल मानवतावादी भावना/मंशा हर जगह नष्ट होती हुई दिखाई पड़ रही है।
लखनऊ: बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि सभी देशवासियों को ’’हिन्दू’’ के बजाय ’’भारतीय’’ मानने की नीयत व नीति से ही देश का असली भला हो सकता है।
सुश्री मायावती ने कहा कि देश की लगभग 130 करोड़ जनता को सही संवैधानिक आधार पर ’’भारतीय’’ मानने के बजाय उन्हें ’’हिन्दू’’ मानने की आर.एस.एस. व बीजेपी सरकार की संकीर्ण व साम्प्रदायिक सोच व मानसिकता का ही परिणाम है कि संविधान की मूल मानवतावादी भावना/मंशा हर जगह नष्ट होती हुई दिखाई पड़ रही है। उन्होंने कहा कि देश में हर तरफ व हर समाज में बेचैनी व अफरातफरी के साथ-साथ अशान्ति व अराजकता जैसा माहौल व्याप्त है।
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बसपा नेत्री ने कहा कि नये साल में केन्द्र एवं यू.पी. सरकार से जनहित की कुछ बेहतरी की उम्मीद करने के बजाय स्वयं अपनी मेहनत व कर्म से नया वर्ष व भविष्य बेहतर बनाने का विशेषकर युवा वर्ग का संकल्प एवं संघर्ष सराहनीय है। उन्होंने कहा कि केन्द्र व यू.पी. सरकार की संकीर्ण, जातिवादी व साम्प्रदायिक सोच व ग़लत कार्यकलापों के कारण ही आमजनता का जीवन पिछले कुछ वर्षों के दौरान काफी दुष्कर व कष्टदायी बीता है।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग सरकार से आमजनता की भलाई हेतु कुछ ख़ास बेहतर करने की उम्मीद को छोड़कर स्वयं अपने बलबूते पर ही अपना व देश का भला करने के लिये आगे आ रहे हैं। इससे देश की लोकतांत्रिक संरचना में नई ऊर्जा का संचार हुआ है, जो काफी महत्वपूर्ण है।
न्यायिक जांच की मांग
सुश्री मायावती ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सी.ए.ए.) का विरोध करने के लिए जिस तरह से शिक्षित व बेरोज़गार युवा वर्ग सड़कों पर शान्तिपूर्ण ढंग से उतरा, वह बीजेपी की केन्द्र व राज्य सरकारों की नींद उड़ाने वाला साबित हुआ है और इसीलिए इसको विफल व क्रश करने की नीति के ही कारण बीजेपी-शासित राज्यों में ज्यादातर हिंसा देखने को मिली है। सरकारी दमन का चक्र अब भी लगातार जारी है, जिसकी रोकथाम व पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए ही बी.एस.पी. ने यूपी की तमाम हिंसक घटनाओं आदि की उच्चस्तरीय न्यायिक जाँच कराने की माँग की है।
ये है षडयंत्र
सुश्री मायावती ने कहा कि नये नागरिकता संशोधन कानून, एन.पी.आर. व एन.आर.सी. लाकर पूरे देश में असम जैसी अशान्ति व हाहाकार मचाने का षड़यन्त्र किया जा रहा है ताकि संकीर्ण राजनीति स्वार्थ की पूर्ति की जा सके। लेकिन जनता अपना बेहतर रास्ता खुद निकाल लेगी तथा अगला वर्ष 2020 निश्चय ही एक 2018 व 2019 से बेहतर साबित होगा।