नए वर्ष पर मायावती की कुदरत से प्रार्थना- PM नरेंद्र मोदी को दे सद्बुद्धि
नए वर्ष की पूर्व संध्या पर बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) मुखिया मायावती भारतीय जनता पार्टी (बीजपी) सरकार और पीएम नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि यह साल नोटबंदी और जीएसटी की वजह से आम जनता पर काफी भारी पड़ा है। इस मौके पर उन्होंने कुदरत से प्रार्थना की है कि वह मोदी सरकार को इतनी सद्बुद्धि ज़रूर दे कि वे नए साल में वह जनविरोधी नीतियों को लागू करने से बचे।
लखनऊ: नए वर्ष की पूर्व संध्या पर बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) मुखिया मायावती भारतीय जनता पार्टी (बीजपी) सरकार और पीएम नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि यह साल नोटबंदी और जीएसटी की वजह से आम जनता पर काफी भारी पड़ा है। इस मौके पर उन्होंने कुदरत से प्रार्थना की है कि वह मोदी सरकार को इतनी सद्बुद्धि ज़रूर दे कि वे नए साल में वह जनविरोधी नीतियों को लागू करने से बचे।
नए साल में नया कानून लाने जा रही मोदी सरकार
मायावती ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा है कि 2016-2017 में प्रदेश की 90 प्रतिशत आबादी पर आर्थिक संकट मुसीबतों के पहाड़ जैसा गुजरा है। मोदी सरकार ने सिर्फ अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए नोटबंदी कर देश को आर्थिक आपातकाल की स्थिति में डालकर परेशान किया। अपनी जवाबदेही से भागने के लिये मोदी सरकार एक नया कानून बहुत जल्द बनाने जा रही है। ऐसी स्थिति में नया साल सन् 2018 सवा सौ करोड़ जनता के लिए कितना संकट भरा गुजरेगा इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है।
जनता के पैसे की गारंटी नहीं
उन्होंने कहा है कि पहले नोटबंदी और फिर जीएसटी का नया कानून थोपने से उभरे इंस्पेक्टर राज में जनता के पैसे की कोई गारंटी नहीं होगी। यह सब ऐसा ही है जैसे यमराज ने घर देख लिया हो और जब चाहे जनता को लीलती जा रही है। मोदी सरकार ने जनता को बैठे-बैठाये संकट में डालते रहने का ठेका ले लिया है।